- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- उत्तर-प्रदेश: आरपीएफ...
उत्तर प्रदेश
उत्तर-प्रदेश: आरपीएफ ने किया खुलासा, रेलवे की संपत्ति चुराने वाले गैंग का सरगना निकला भूतपूर्व सैनिक
Kajal Dubey
1 July 2022 4:43 PM GMT
x
पढ़े पूरी खबर
वाराणसी मंडल के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। करीब सवा करोड़ की रेलवे की संपत्ति चुराने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए सरगना को गिरफ्तार किया है। गिरोह का सरगना भूतपूर्व सैनिक रणविजय सिंह है। वह बलिया जनपद का निवासी है और चोरी का माल पटना शहर के कारखानों में बेचता था।
वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ डॉ. अभिषेक कुमार ने बताया कि 27 मार्च को कादीपुर स्टेशन यार्ड से डीसीएम और हाइड्रा वाहन से रेल की पटरियां चोरी की गई थी। तब दोनों वाहनों के चालकों को गिरफ्तार किया गया था। आरपीएफ वाराणसी सिटी स्टेशन पोस्ट पर मुकदमा दर्ज किया गया था। आरपीएफ के सीआईबी इंस्पेक्टर अभय कुमार राय को जांच सौंपी गई।
आरोपियों से पूछताछ और जांच कर पाया कि दोनों चालकों को फोन कर भरोसे में लेते हुए रेल की पटरियां चुराने को कहा गया था। गहन पड़ताल के बाद पता चला कि जिसने दोनों चालकों को फोन किया था वो सेवानिवृत्त आर्मी जवान रणविजय सिंह (38) पुत्र श्री नारायण सिंह निवासी हरदिया, थाना- सिकंदरपुर, जनपद बलिया है। पहचान के बाद रणविजय को उसके घर से गिरफ्तार किया गया।
शातिर तरीके से वारदात को देता था अंजाम
आरपीएफ की पड़ताल में इस बात का खुलासा हुआ कि रणविजय शातिर तरीका अपनाता था। वो दूसरे के आधार कार्ड के सहारे फर्जी तरीके से सिम लेता था। फिर उसी सिम के माध्यम से कॉल कर किराये पर ट्रांसपोर्ट वाहन की व्यवस्था करता था। वाहन मालिकों को भरोसे में लेकर कहता था कि रेलवे स्टेशन के समीप पड़ा सामान मेरा है। उसे वहां से उठा कर पटना पहुंचाना है।
सामान जब पटना पहुंच जाता था तो रणविजय अपना सिम को तोड़कर फेंक देता था। चोरी के सामान को वह पटना के अलग-अलग कारखानों मे बेच देता था। रणविजय और उसका गिरोह दानापुर, भागलपुर, कहलगांव, बगहा, मुजफ्फरपुर और नौगछिया स्टेशन के आसपास खुले में रखे रेलवे लाइन और बिजली के सरकारी सामान को चोरी कर ठिकाने लगा चुका है। अनुमान है कि गिरोह ने अबतक करीब सवा करोड़ रुपये की रेलवे की संपत्ति चुराई है।
Next Story