उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश : जज्बात ए वफा हमारी हजार साला तहजीब का दर्पण : प्रो. ख्वाजा मोहम्मद इकरामुद्दीन

Admin2
26 Jun 2022 7:20 AM GMT
उत्तर प्रदेश : जज्बात ए वफा हमारी हजार साला तहजीब का दर्पण : प्रो. ख्वाजा मोहम्मद इकरामुद्दीन
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सोर्स-hindustan

जनता से रिश्ता : जेएनयू के प्रो. ख्वाजा मोहम्मद इकरामुद्दीन ने कहा कि वफा गोरखपुरी का का 22वां गजल संग्रह जज्बात ए वफा हमारी हजार साला तहजीब का दर्पण है। भाषाई समरसता का प्रतीक है जिसे जारी रखना जरूरी है।

प्रो. इकरामुद्दीन, शनिवार को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित एवं अंतरराष्ट्रीय यूएसओ अवार्ड प्राप्त शिक्षाविद् शायर टीएन श्रीवास्तव 'वफा गोरखपुरी के 22वें गजल संग्रह, 'जज़्बात ए वफ़ा के लोकार्पण समारोह को बतौर अध्यक्ष संबोधित कर रहे थे। गजल संग्रह का लोकार्पण यासमीन शरीफ वेलफेयर सोसायटी के बैनर तले इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी के चेयरमैन चौधरी कैफ़ुल वरा, माहिर ए ग़ालिबयात प्रोफेसर मुशीर अहमद, उस्ताद शायर फारूक जायसी, पूर्व मेयर डॉ. सत्या पांडेय एवं अंतरराष्ट्रीय मंच संचालक डॉ. कलीम कैसर के कर कमलों सम्पन्न हुआ। डॉ. अमरनाथ जायसवाल एवं डॉ. अशफाक अहमद उमर ने अतिथियों का उत्तरीय पहना और बुके देकर स्वागत किया।जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी दिल्ली के प्रोफेसर मुशीर अहमद ने कहा वफा साहब की शायरी आम आदमी की हक बयानी भी करती है। पूर्व मेयर डॉ. सत्या पांडेय ने कहा कि वफा साहब स्थानीय साहित्य जगत के खुश्बूदार फूल हैं। उनकी रचनाओं पर शोध किया जाना चाहिए। कानपुर के उस्ताद शायर फारूक जायसी ने कहा कि वफा साहब दोनो भाषाओं के बीच की दूरी को मिटाने में अपनी वफादारी से काम लिया है।
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