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उत्तर प्रदेश
उत्तर-प्रदेश: जलशक्ति मंत्री ने 100 दिन का दिया हिसाब, बोले- हर घर को नल से शुद्ध जल के साथ गांव-गांव तक पहुंचा रहे रोजगार
Kajal Dubey
12 July 2022 9:47 AM GMT
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उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने मंगलवार को जलशक्ति विभाग की 100 दिनों की कार्ययोजना की रिपेार्ट प्रस्तुत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में सेवा, सुशासन और जनकल्याण के लिए समर्पित योगी सरकार के 100 दिनों की कार्ययोजना के लक्ष्य को जल शक्ति विभाग ने शत-प्रतिशत पूरा करने का प्रयास किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हर घर तक नल से शुद्ध जल पहुंचाने का अभियान प्रदेश में युद्धस्तर पर चल रहा है। हर घर तक नल से जल पहुंचाने के साथ गांव-गांव तक रोजगार भी पहुंचाने का काम किया जा रहा है। ग्रामीण महिलाओं की घर बैठे आय बढ़ा कर उन्हें सशक्त बनाने की योजना पर भी विभाग तेजी से काम कर रहा है।
जलशक्ति मंत्री ने नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए बताया कि 100 दिनों में जल जीवन मिशन ने प्रदेश के 574 गांवों में पाइप पेयजल योजनायें पूरी की हैं। इनमें बुन्देलखण्ड और विन्ध्य की 64 पेयजल योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं से 3.76 लाख घरों में पानी के कनेक्शन दिए गये हैं।
जलशक्ति मंत्री ने बताया कि बुंदेलखंड में 100 दिनों में कुल 63 योजनाओं का कार्य पूरा किया गया। 50 हजार घरों में पेयजल कनेक्शन के लक्ष्य के सापेक्ष 66 हजार से अधिक घरों में हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन दिए गए। योजना से 33 हजार से अधिक घरों में नल कनेक्शन के साथ पानी की सप्लाई भी शुरू कर दी गई है।
उन्होंने कहा विंध्य क्षेत्र के मिर्जापुर और सोनभद्र में 17 परियोजनाओं से कुल 1236 ग्राम पंचायतों को फायदा मिलने जा रहा है। 2961 राजस्व गांव लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि विंध्य क्षेत्र में दिसंबर 2022 तक 6.5 लाख से अधिक फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन(एफएचटीसी) देने का लक्ष्य है जिससे 40 लाख से अधिक आबादी को पाइप पेयजल योजना से शुद्ध पेयजल मिलेगा।
गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए तेजी से किये जा रहे प्रयास
वाराणसी में 7.5 किमी लम्बे शाही नाले की सिल्ट सफाई एवं लाइनिंग कर जीणोद्धार का कार्य पूरा किया गया। कानपुर के पनकी और मथुरा में यमुना में गिरने वाले नालों को टैप किया गया। मसानी, जौनपुर और बागपत में नए एसटीपी का निर्माण पूरा कराया। मिर्जापुर, गाजीपुर, फर्रुखाबाद-फतेहगढ़ एवं बरेली में 34 नालों को टैप किया।
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