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उत्तर प्रदेश
उत्तर-प्रदेश: काशी विद्यापीठ के बारे में फर्जी पोस्ट मामले में एफआईआर दर्ज, पूर्व आईपीएस ने की थी जांच की मांग
Kajal Dubey
16 July 2022 6:26 PM GMT
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पढ़े पूरी खबर
वाराणसी स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के बारे में फर्जी पोस्ट वायरल करने के मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने एफआईआर दर्ज कराई है। सोशल मीडिया पर काशी विद्यापीठ को लेकर एक फर्जी पोस्ट वायरल की जा रही है। इसमें परीक्षार्थी परीक्षा देते हुए नजर आ रहा है और उत्तर पुस्तिका को दिखा रहा है।
जनसंपर्क अधिकारी डॉ. नवरत्न सिंह ने बताया कि जो तिथि उत्तर पुस्तिका में दर्शाई गई है उस तिथि को विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों में कोई भी परीक्षा नहीं थी। उस दौरान कोरोना संक्रमण काल था और उस सत्र में परीक्षार्थियों को प्रमोट किया गया था।
उत्तर पुस्तिका के ऊपर जो क्रमांक लिखा है वह हमारे स्टॉक से मेल नहीं खाता है। साथ ही साथ जहां पर पंजीयन संख्या/ नामांकन संख्या लिखी है वह गलत है क्योंकि यह संख्या साल को दर्शाती है। जबकि परीक्षा का दिनांक 14 जुलाई 2020 दर्शाया गया है जो कि पूर्णतया फर्जी है।
विश्वविद्यालय द्वारा केंद्र संख्या 246 पर भी बात की गई है और केंद्र प्रभारी का कहना है कि इस तिथि को महाविद्यालय कोरोना की वजह से बंद था। विश्वविद्यालय प्रशासन फर्जी पोस्ट को वायरल करने वालों के विरुद्ध एफआईआर की कार्रवाई की है।
प्रवेश के लिए आवेदन की तारीख फिर बढी
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में प्रवेश के लिए आवेदन की तारीख को तीसरी बार बढ़ाया गया है। छात्र अब प्रवेश के लिए 25 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। अभी तक स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा व व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में साढ़े 35 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया है और इसमें से साढ़े सात हजार अभ्यर्थियों ने प्रवेश परीक्षा शुल्क जमा नहीं किया है।
शनिवार को कुलसचिव डॉ. सुनीता पांडेय ने विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन को 25 जुलाई तक बढ़ाने की जानकारी दी। शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 27 जुलाई और प्रवेश परीक्षा आवेदन पत्र का प्रिंट 28 जुलाई तक निकाला जा सकता है। विश्वविद्यालय की ओर से प्रवेश परीक्षा आवेदन तिथि बढ़ने से छात्रों ने भी राहत की सांस ली है।
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