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उत्तर प्रदेश
उत्तर-प्रदेश: ऊर्जा भवन पर आवाज़ उठाए किसान, नरेश टिकैत बोले- वादों से मुकर रही सरकार, नलकूपों पर नहीं लगने देंगे मीटर
Kajal Dubey
27 Jun 2022 12:35 PM GMT
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बिजली कटौती, अधिक बिजली बिल और नलकूपों पर मीटर लगाए जाने से नाराज भारतीय किसान यूनियन के किसान आज ऊर्जा भवन पर महापंचायत करने पहुंचे। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत और युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत किसानों के बीच पहुंचे। रविवार को किसानों ने गांव-गांव घूमकर जनसंपर्क किया और महापंचायत में अधिक से अधिक किसानों से पहुंचने का आह्वान किया।
ट्यूबवैल से मीटर उतार कर साथ लाए किसान
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेतृत्व में मेरठ मंडल के जनपदों से किसान सुबह से ही ऊर्जा भवन पर पहुंचने शुरू हो गए। किसान अपने साथ अपने-अपने ट्यूबेल से बिजली के मीटर उतारकर भी लाए थे, जिन्हें जमा करने के लिए ऊर्जा भवन में जद्दोजहद चल रही है। किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर आसानी से बिजली के मीटर विद्युत विभाग के अधिकारियों ने जमा नहीं किए तो सभी मीटर पीवीवीएनएल के प्रबंध निदेशक अरविंद मल्लप्पा बंगारी के कार्यालय में भर दिए जाएंगे।
दरअसल, सरकार ने किसानों की नलकूपों पर भी मीटर लगाने का निर्णय लिया है। कुछ ट्यूबवैलों पर मीटर लगाए भी जा चुके हैं। किसान इसका विरोध कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन कई बार पीवीवीएनएल के अधिकारियों से मिलकर नलकूपों पर मीटर नहीं लगाने की मांग कर चुका है। वहीं दोपहर बाद भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत धरनारत किसानों के बीच पहुंचे और कहा कि सरकार ने किसानों को फ्री बिजली देने का वादा किया था लेकिन सरकार अपने वादे से मुकर रही है। नलकूपों पर मीटर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। सरकार किसानों के हित में नहीं सोच रही है।
भारतीय किसान यूनियन के मेरठ मंडल अध्यक्ष गुड्डू प्रधान, राजकुमार करनावल, बबलू जिटौली आदि का कहना है कि सरकार किसानों का उत्पीड़न कर रही है। न तो किसानों को पर्याप्त बिजली मिल रही है और जबरन नलकूपों पर मीटर लगाने का दबाव बनाया जा रहा है। किसान नेताओं ने कहा कि आज ऊर्जा भवन पर महापंचायत में मेरठ ही नहीं बल्कि मंडल के सभी जनपदों से किसान पहुंचे हैं।
किसान मजदूर संगठन का ऊर्जा भवन पर धरना रविवार को भी जारी रहा। पीवीवीएनएल के प्रबंध निदेशक अरविंद मलप्पा बंगारी और एसीएम ने ऊर्जा भवन सभागार में किसानों के प्रतिनिधि मंडल के साथ वार्ता की। एक घंटे तक चली बैठक में स्थानीय समस्याओं पर तो पीवीवीएनएल एमडी ने सहमति जताई, लेकिन नलकूपों पर मीटर लगाए जाने की योजना को बंद करने से हाथ खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि मामला शासन स्तर का है। किसानों ने लगातार आंदोलन की चेतावनी दी है।
किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अन्नू मलिक, ललित राणा, दीपक सोम, ठाकुुर अजब सिंह, कालूराम, संजय राघव, मनोज पुंडीर, प्रवीन आदि किसानों के प्रतिनिधि मंडल ने वार्ता के दौरान एमडी से कहा कि नलकूपों पर मीटर किसी भी कीमत पर नहीं लगने चाहिए। सोमवार को भी किसानों का धरना जारी रहा।
ऊर्जा भवन पर 30 जून तक आंदोलन जारी रहेगा। किसान नेताओं ने कहा कि अगर किसान की नलकूपों का बोरिंग फेल हो जाता है और वह कुछ मीटर दूर हटकर नया बोरिंग कराता है तो उससे शिफ्टिंग चार्ज लिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि देहात में जेई और लाइनमैन किसानों से अवैध वसूली कर रहे हैं। इसको तत्काल प्रभाव से बंद किया जाना चाहिए। एमडी ने कहा कि किसानों की स्थानीय स्तर की सभी मांगों पर विचार किया जाएगा।
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