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उत्तर प्रदेश
उत्तर-प्रदेश: जिला योजना, दो स्कूलों की नींव भरने में गुजर गए छह महीने
Kajal Dubey
17 Jun 2022 2:34 PM GMT
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शाहजहांपुर। वर्ष 2021-22 की जिला योजना में स्कूलों के नए भवन बनाने के लिए धनराशि स्वीकृत हुई और आवंटन भी हुआ, लेकिन निर्माण कार्य की रफ्तार बेहद धीमी है। नए बनने वाले पांच स्कूलों में से दो का कार्य ही शुरू हो पाया है। छह महीने में उनकी नींव ही भरी गई है, लेकिन बाकी कागज से हकीकत के धरातल पर नहीं उतर सके हैं। कटरा-खुदागंज के रमापुर उत्तरी में बनने वाले विद्यालय में अभी जमीन का आवंटन नहीं हो सका।
तमाम बच्चे गांव से विद्यालय दूर होने के कारण शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। इसीलिए नवंबर, 2021 में जिला योजना की बैठक में कक्षा नौ व दस की कक्षाएं शुरू कराने के लिए पांच राजकीय हाईस्कूल बनाने का प्रस्ताव लाया गया था। माध्यमिक शिक्षा विभाग को 34 करोड़, 36 लाख, 55 हजार का बजट स्वीकृत किया गया। इसके बाद 15 करोड़, 47 लाख, 25 हजार रुपये जारी भी कर दिए गए। स्कूलों के निर्माण कार्य का जिम्मा उत्तर प्रदेश समाज कल्याण निगम (यूपीसिडको) को सौंपा था।
विभाग का लक्ष्य था कि एक साल में यानी जनवरी 2023 तक स्कूलों का निर्माण कार्य कराकर शिक्षा विभाग को भवन हैंडओवर कर दिए जाएं। कुल स्वीकृत बजट में से पांच स्कूलों के निर्माण कार्य पर तीन करोड़, 47 लाख, 55 हजार रुपये खर्च होने हैं, जिनमें प्रत्येक विद्यालय के निर्माण प 69 लाख, 51 हजार लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। सभी पांचों प्रस्तावित स्कूलों के लिए 34-34 लाख रुपये आवंटित भी हो चुके हैं, लेकिन निर्माण कार्य की रफ्तार बहुत धीमी है।
तीन महीने में भर पाई स्कूल की नींव...कुछ ऊंची दीवारें
जिला योजना से बजट मिलने के बाद खुटार के गांव महोलिया गांव में प्रस्तावित राजकीय हाईस्कूल के निर्माण के नाम पर अभी तक सिर्फ नींव भरने का काम ही हो सका है। चार कमरों की नींव खोदकर कंक्रीट डाल दी गई। इसके आगे का निर्माण कार्य धीमा होने के कारण तय समय सीमा पूरा में होना मुश्किल लग रहा है। माना जा रहा है कि 2023 में ही विद्यालय बनने के बाद ही विभाग को हैंडओवर किया जा सकेगा। इसी तरह भावलखेड़ा के गुलड़ा उर्फ नौगवां में चार कमरे बनाने का काम चल रहा है। इसके भी समय से पूरा होने पर संशय है।
जगह चिह्नित कर ले-आउट तैयार कराया
भावलखेड़ा विकासखंड में बनने वाले राजकीय हाईस्कूल के लिए सुजातपुर में जगह का चिह्नीकरण कर लिया गया। वहां पर सफाई कराकर ले-आउट तैयार कराया जा रहा। हालांकि, अभी काम शुरू नहीं हो सका। इसी तरह मदनापुर के बौरी के विद्यालय के लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है।
रमापुर-उत्तरी का विद्यालय राजनीति में फंसा
कटरा-खुदागंज ब्लॉक के रमापुर उत्तरी में प्रस्तावित राजकीय हाईस्कूल का निर्माण राजनीति की भेंट चढ़ता नजर आ रहा। तीन महीने बाद भी स्कूल के लिए भूमि तक फाइनल नहीं हो सकी। यहां पर जनप्रतिनिधियों की आपसी खींचतान के कारण जमीन मिलना संभव नहीं हो रही। बताते हैं कि दो महीने से जमीन की फाइल एसडीएम तिलहर के कार्यालय में धूल फांक रही है, लेकिन कोई कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पा रही है।
स्वीकृत बजट का 50 प्रतिशत धन का आवंटन हो चुका है। दूसरी किस्त जल्द ही मिलने से निर्माण कार्य तेज गति से कराकर इस वर्ष ही स्कूलों को हैंडओवर करने का प्रयास किया जाएगा। -बाबूराम, जेई यूपी सिडको
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