उत्तर प्रदेश

उत्तर-प्रदेश: डिप्टी जेलरों की पासिंग आउट सेरेमनी में भिड़े कारागार विभाग के दोनों मंत्री

Kajal Dubey
9 July 2022 11:29 AM GMT
उत्तर-प्रदेश: डिप्टी जेलरों की पासिंग आउट सेरेमनी में भिड़े कारागार विभाग के दोनों मंत्री
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डॉ. संपूर्णानंद कारागार प्रशिक्षण संस्थान (एसजेटीआई) में शुक्रवार को डिप्टी जेलरों की पासिंग आउट सेरेमनी में उस समय अजीबोगरीब बन गई, जब कारागार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धर्मवीर प्रजापति और राज्यमंत्री सुरेश राही आपस में भिड़ गए। अधिकारियों ने दोनों मंत्रियों को समझा-बुझाकर शांत कराया, तब कार्यक्रम संपन्न हो सका।
एसजेटीआई के 113वें सत्रांत समारोह में धर्मवीर प्रजापति मुख्य अतिथि और सुरेश राही को विशिष्ट अतिथि थे। सूत्रों के मुताबिक धर्मवीर तय समय से करीब 15 मिनट पहले जबकि सुरेश राही तय समय पर समारोह में पहुंचे थे। धर्मवीर ने पहुंचने के बाद कार्यक्रम शुरू करा दिया। जिस समय सुरेश राही पहुंचे तो उस समय धर्मवीर नव प्रशिक्षित जेल अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान धर्मवीर ने डीजी जेल समेत सभी छोटे-बड़े अधिकारियों तक का नाम लिया, लेकिन अपने जूनियर मंत्री सुरेश राही का नाम नहीं लिया। इतना ही नहीं संबोधन समाप्त करने के बाद धर्मवीर समेत सभी अधिकारी भोजन के लिए चल पड़े। इसी बीच सुरेश राही ने धर्मवीर से संबोधन में अपना नाम न लिए जाने पर आपत्ति जताई। तब धर्मवीर ने तत्काल माइक संभाल ली और भोजन के लिए उठे अधिकारियों को रोकते हुए कहा कि अभी कार्यक्रम समाप्त नहीं हुआ है।
धर्मवीर ने यह भी कहा है कि संबोधन में कुछ भूल हो गई है, उसे सुधारना है। इतने में सुरेश उठे और माइक लेकर कहा कि अब सफाई देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने धर्मवीर प्रजापति की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये अधिकारियों को ये क्या शिक्षा देंगे, जो अपने सहयोगी मंत्री तक का सम्मान नहीं करते। हालांकि धर्मवीर ने बहुत सफाई देने की कोशिश की, पर राही की नाराजगी कम नहीं हुई। इस पर धर्मवीर भी झल्ला गए और दोनों के बीच बहस होने लगी। तब एसजेटीआई के निदेशक संजीव त्रिपाठी ने सुरेश राही को समझाकर शांत कराया। कुछ देर रुकने के बाद सुरेश राही बिना भोजन किए ही चले गए।
सुरेश राही कार्यक्रम में करीब 45 मिनट देरी से पहुंचे थे। लिहाजा संबोधन में उनका नाम नहीं ले पाया क्योंकि सूची में पहले से कार्यक्रम में मौजूद लोगों के नाम ही थे। हालांकि उनके पहुंचने पर मैंने अपनी गलती सुधारते हुए उनका नाम लिया लेकिन वह नाराज हो गए। बाद में मेरे साथ ही रहे और साथ ही वहां से निकले। जो नाराजगी थी, उसे दूर कर दी थी।
मैं कार्यक्रम में बिल्कुल समय पर पहुंचा था। धर्मवीर प्रजापति से मेरी कोई बहस नहीं हुई है। कार्यक्रम भी बहुत अच्छे से निपट गया, कहीं कोई बात नहीं हुई। जो ऐसा कह रहे हैं, वह गलत है।
प्रदेश को मिले 16 नये डिप्टी जेलर
प्रदेश के नवनियुक्त 16 डिप्टी जेलरों का प्रशिक्षण पूरा हो गया। डीजी कारागार आनंद कुमार ने शुक्रवार को इन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में शामिल होमगार्ड्स एवं कारागार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने नव नियुक्त जेलरों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कुख्यात बंदियों के प्रति जहां सख्ती होनी चाहिए, वहीं लाचार बंदियों के प्रति संवेदनशीलता से पेश आने की प्रवृत्ति होनी चाहिए। डॉ. सम्पूर्णानंद ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में शुक्रवार को आयोजित पासिंग आउट सेरेमनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कारागार मंत्री ने नये डिप्टी जेलरों को संबोधित करते हुए कहा कि जेल अफसरों को बंदी के सुधार पर ज्यादा ध्यान केन्द्रित करना होगा। जेल राज्यमंत्री सुरेश राही ने पर डिप्टी जेलरों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर डिप्टी जेलर कार्तिकेय गुप्ता को बेस्ट कैडेट एवं विशाल मद्धेशिया को बेस्ट टर्न आउट कैडेट के पुरस्कार से नवाजा गया। इस दौरान जेल आईजी डा. प्रीतिंदर सिंह, एसजेटीआई निदेशक संजीव त्रिपाठी, आईजी चित्रलेखा, डीआईजी रविशंकर छवि समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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