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जनता से रिश्ता वेबडेस्क : लखनऊ राजधानी के पालीथीन व सिंगल यूज प्लास्टिक की विदायी की उल्टी गिनती शुरू हो गयी है। आने वाले कुछ महीनों में ही सिंगल यूज प्लास्टिक इतिहास बन जाएगा। जिस तरह की तैयारी की गयी है उससे इस पर पूरी तरह अंकुश लगना तय है। नगर निगम तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इस पर रोक लगाने के लिए अभियान शुरू कर दिया है। पालीथीन व प्लास्टिक पर अंकुश से राजधानी के करीब डेढ़ लाख लोगों के बेरोजगार होने की आशंका है। नगर निगम रोजाना लगभग 300 टन पालीथीन व प्लास्टिक का कचरा बटोर रहा है।
लखनऊ में 75 फैक्ट्रियों में पड़ेगा ताला
राजधानी में लगभग 75 फैक्ट्रियां चल रही हैं जिनमें प्लास्टिक व पालीथीन बन रही है। इन सभी को बंद किया जाएगा। हालांकि इनमें से अधिकतर फैक्ट्रियां अवैध तरीके से गली कूंचों में चल रही हैं। लेकिन इनकी वजह से हजारों लोगों को रोजगार मिला है। पहले लखनऊ में लगभग 200 फैक्ट्रियां चल रही थीं। लेकिन कोविड के बाद तमाम फैक्ट्रियां बंद हो गयीं।
source-hindustan
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