उत्तर प्रदेश

यूपी सरकार के दावे हवा हवाईः बिन किताब पढ़ रहे हैं बच्चे, कैसे पूरा होगा विश्वगुरू बनने का सपना

Shantanu Roy
23 Aug 2022 11:27 AM GMT
यूपी सरकार के दावे हवा हवाईः बिन किताब पढ़ रहे हैं बच्चे, कैसे पूरा होगा विश्वगुरू बनने का सपना
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बड़ी खबर
बहराइच। यूपी सरकार लाख दावे शिक्षा वा शैक्षिक स्तर सुधारने के कर ले लेकिन जमीनी हकीकत तो कुछ और देखने को मिल रही है। मामला बहराइच जिले का है। यहां शैक्षिक व्यवस्था का आलम ये है कि अगस्त का महीना भी बीतने को है लेकिन अभी तक जिले के प्राइमरी वा जूनियर विद्यालयों के बच्चों को किताबें नहीं मिल पाई हैं जबकि शैक्षिक सत्र एक अप्रैल से आरम्भ हो जाता है और सोलह जून से स्कूलों में पढ़ाई शुरू हो गई है। दो महीनों से अधिक का समय बीत गया है लेकिन अब तक किताबें वितरित नहीं हो पाई हैं।
अब ऐसे में बच्चों की पढ़ाई कैसे हो रही है हम आप को दिखाते हैं। कई विद्यालयों के अध्यापकों ने बताया कि बीते वर्ष की पुरानी किताबों से पठन पाठन का कार्य किया जा रहा है। ये ही नहीं हालत ये है कि एक किताब से दो बच्चे तो एक किताब में तीन बच्चे पढ़ रहे हैं। अब ऐसे में योगी सरकार का ये सपना कैसे पूरा होगा कि पढ़ें बच्चे, बढ़ें बच्चे। सवाल ये खड़ा हो रहा है कि हम विश्वगुरू बनने का सपना तो देख रहे हैं लेकिन बिन किताब और पढ़ाई के क्या ये संभव है।
बीएसए साहब काफी व्यस्त हैं ये कहकर पल्ला झाड़ लिया
जब विभाग के बेसिक शिक्षा अधिकारी अव्यक राम तिवारी से बात करनी चाही तो जवाब में बीएसए साहब काफी व्यस्त हैं ये कहकर पल्ला झाड़ लिया गया। अब देखना होगा कि शासन व बेसिक शिक्षा विभाग बच्चों को किताबें कब तक मुहैया करा पता है जिससे बच्चों का मुस्तकबिल बन सके ।
हम एक ही किताब से बारी बारी पढ़ते हैं हम 3 लोगः विद्यार्थी
एक ही डेस्क पर बैठे 3 बच्चों से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि हमें अबतक नई किताब नहीं मिल पाई है, पुरानी किताब से ही पढ़ाई करनी पड रही है। हम एक ही किताब से 3 लोग पढ़ते हैं। एक दिन हम ले जाते हैं दूसरे दिन कोई और ले जाता है। जिसदिन हमें किताब नहीं मिलती हम पढ़ नहीं पाते हैं।
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