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मुजफ्फरनगर। हाईवे पर रथेडी कट के निकट एक तेज रफ्तार ट्रक कार पर पलट गया, जिसमें दो महिलाओं व एक युवक तथा एक मासूम की मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल है। आस-पास के लोगों ने ट्रक के नीचे दबी कार में फंसे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास किया, मगर निकाल नहीं सके। पुलिस ने क्रेन की मदद से ट्रक को हटवा कर कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला। सभी को अस्पताल लाया गया, जहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया, जहां पर चार लोगों को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि एक घायल का उपचार चल रहा है।
ऑयल इंडिया कारपोरेशन से रिटायर रीवा निवासी राजबिहारी अवस्थी ने अपने बेटे-बहू और पोती को खोया है। उनके बेटे दीपक अवस्थी (32) पुणे में इंजीनियर है । वह अपनी पत्नी रत्ना प्रिया (27) को लेकर दो दिन पहले ही नोएडा गार्डियन कॉलोनी में भाई आशीष अवस्थी (30 ) के घर पहुंचे थे। शनिवार सुबह दीपक, पत्नी रत्ना, दो साल की बेटी कासनी और भाई आशीष, उसकी पत्नी नुपुर के साथ ब्रेजा कार में सवार होकर हरिद्वार गंगा स्नान के लिए निकले थे। गंगा स्नान कर गाड़ी में सवार होकर दोनों भाइयों का परिवार शनिवार शाम नोएडा के लिये लौट रहा था। रात के समय जैसे ही गाड़ी मुजफ्फरनगर हाईवे पर पहुंची, तो रथेड़ी कट के पास ओवरलोड ट्रक कार पर पलट गया। पुलिस के अनुसार, ट्रक के नीचे कार में पांचों लोग दब गए। आस-पास के लोग कोई मदद नहीं कर सके। इसके बाद क्रेन बुलाया तब ट्रक को हटाया जा सका। इसके बाद पुलिस ने कार की बॉडी काटकर फंसे लोगों का बाहर निकाला गया। आशीष, उसकी पत्नी नुपुर अवस्थी और दो साल की कासनी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दीपक की पत्नी रत्ना प्रिया ने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। दीपक की हालत गंभीर बनी है। मेरठ में उनका इलाज चल रहा है। राजबिहारी अवस्थी को अपने एक बेटे, 2 बहू और पोती की मौत की जानकारी मिली, तो वह फफक उठे और बोले-मैं कितना बदकिस्मत इंसान हूं, जिसने अपने बेटे, 2 बहू और पोती की मौत की खबर सुनी। राजबिहारी अवस्थी ने बताया कि शुरुआत में पुलिस ने उन्हें हादसे में उनके बेटों और बहू के घायल होने की जानकारी दी थी, लेकिन, पुलिस के लहजे से उन्हें किसी अनहोनी की आशंका हो गई थी। इसके बाद उन्हें हादसे की सही जानकारी मिली। उनके दोनों बेटे दीपक और आशीष इंजीनियर हैं। दीपक आईटी सेक्टर में पुणे में नौकरी करते है, जबकि आशीष नोएडा में नौकरी करते थे। राजबिहारी ने बताया कि दीपक अपने भाई के परिवार से मिलने के लिए पुणे से नोएडा आया था। इसलिए शनिवार सुबह उनका कार्यक्रम हरिद्वार गंगा स्नान का बना था। लौटते समय यह हादसा हो गया। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को बहुत मेहनत से पाला और पढ़ाया। इस हादसे ने मेरा जीवन छीन लिया।
Admin4
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