उत्तर प्रदेश

कान की बाली खींचकर चोरों ने चलती टेंपो से दिया धक्का, कोमा में गई लड़की ने 27 दिन बाद तोड़ा दम

Shantanu Roy
29 Oct 2022 12:17 PM GMT
कान की बाली खींचकर चोरों ने चलती टेंपो से दिया धक्का, कोमा में गई लड़की ने 27 दिन बाद तोड़ा दम
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बड़ी खबर
प्रयागराज। यूपी के प्रयागराज में बेखौफ बदमाशों ने चोरी के लिए चलती टेंपो से छात्रा को फेंक दिया। जिसके बाद जख्मी हालत में छात्रा 27 दिन कोमा में रही लेकिन 25 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई। ऐसे में गुस्साए लड़की के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। जिसके बाद मृतक छात्रा के परिजन ने टेंपो से फेंकने का सीसीटीवी फुटेज खंगाल लिया और पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस ने वीडियो के आधार पर ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि इस मामले को लेकर पुलिस का रोल भी अच्छा नहीं माना जा सकता है क्योंकि 27 दिन तक टेंपो, ड्राइवर और फेंकने वाले शख्स की खोजबीन नहीं हुई है।
क्या है मामला?
दरअसल, यह पूरी घटना 29 सितंबर की है। इस दिन दोपहर 3.30 बजे कॉलेज खत्म होने के बाद घर के लिए निकली थी और तभी उसके साथ यह घटना हुई। शहर के यमुनानगर औद्यौगिक महुआरी गांव में रितिका रहती थी। यहां वो अपने मामा के घर में रहकर पढ़ाई कर रही थी। घर से पांच किलोमीटर दूर हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय महाविद्यालय में ग्रेजुएशन कर रही थी। कॉलेज से निकलने के बाद वह टेंपो में बैठ गई और तेज रफ्तार से महआरी गांव की ओर जा रही थी। इसी बीच अरीवा कंपनी के पास टेंपो के अंदर बदमाशों ने छात्रा को नीचे फेंक दिया। छात्रा के जख्मी होने पर राहगीर इकट्ठा हो गए और मोबाइल से पुलिस को सूचित किया। आनन-फानन में पुलिस ने छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों का कहना है कि सिर पर लगी चोट की वजह से छात्रा कोमा में है। 27 दिनों तक अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ने के बाद छात्रा की 25 अक्टूबर को मौत हो गई। मौत के बाद छात्रा के परिजन समेत व्यापारी संगठन सड़क पर उतर आए और तब जाकर पुलिस एक्टिव हुई।
वहीं पुलिस का दावा है कि मुख्य आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार का जेल भेजा जा चुका है। दूसरी ओर परिजन टेंपो के अंदर जिस शख्स ने छात्रा को चलती ऑटो से फेका है, उसे मुख्य आरोपी मानते हुए गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने 27 अक्टूबर को उच्चाधिकारियों को ज्ञापन दिया है। ड्राइवर ने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि छात्रा उतरने का प्रयास कर रही थी तो वह उस वक्त चोटिल हो गई थी। पुलिस और डॉक्टरों की टीम पूरी कोशिश कर रही थी कि छात्रा होश में आए पर ऐसा नहीं हो सका और उसकी मौत हो गई। टेंपो पर सवार दूसरे व्यक्ति को पकड़ने की कोशिश लगातार की जा रही है।
क्या कहती है पुलिस?
इस पूरे प्रकरण को लेकर एसपी यमुना पार सौरभ दीक्षित का कहना है कि यह घटना 29 सितंबर को हुई थी और तीन अक्टूबर को घरवालों ने पुलिस को बताया था। उनके द्वारा बताया गया था कि छात्रा की कान की बाली छीनते हुए उसे टेंपो से बदमाशों ने फेंक दिया था। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस अभियोग पंजीकृत करते हुए टेंपो ड्राइवर की पहचान की और छह अक्टूबर को उसे न्यायिक अभिरक्षा के लिए भेजा जा चुका है।
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