उत्तर प्रदेश

तेज रफ्तार डीसीएम ने बाइक को मारी टक्कर, चाचा-भतीजे की मौके पर मौत

Kajal Dubey
28 July 2022 3:08 PM GMT
तेज रफ्तार डीसीएम ने बाइक को मारी टक्कर, चाचा-भतीजे की मौके पर मौत
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उन्नाव जिले में बांगरमऊ-बिल्हौर मार्ग पर बेरियागाड़ा मार्ग के पास तेज रफ्तार डीसीएम ने बाइक में टक्कर मार दी। इस हादसे में बाइक सवार चाचा-भतीजे गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस उनको स्वास्थ्य केंद्र लाई। डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने चालक को हिरासत में लेने के साथ डीसीएम कोतवाली में खड़ी कराई है। गुस्साए परिजनों ने हंगामे का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने समझाकर शांत करा दिया।
फतेहपुर चौरासी थानाक्षेत्र के गांव नयाखेड़ा निवासी सुनील (30) भतीजे साहिल (15) के साथ बाइक से कोतवाली क्षेत्र के गांव खारापुरवा निवासी भांजे राजेंद्र के घर गए थे। भांजे की पत्नी संगीता की चार दिन पहले सर्पदंश से मौत हो गई थी। भांजे के घर से सुनील भतीजे के साथ पड़ोस के ही रतईपुरवा गांव में ब्याही भतीजी आशा के घर जा रहे थे।
बांगरमऊ-बिल्हौर मार्ग पर बेरियागाड़ा मोड़ के पास पीछे से आ रही तेज रफ्तार डीसीएम ने बाइक में टक्कर मार दी। इससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को सीएचसी पहुंचाया। डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। हादसे की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया, हालांकि पुलिस ने समझाकर शांत कराया।
साहिल रूपपुर चंदेला प्राथमिक स्कूल में कक्षा चार का छात्र था। कोतवाल ओपी राय ने बताया कि दोनों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे हैं। चालक को हिरासत में लेकर डीसीएम कोतवाली में खड़ी कराई है। तहरीर आने पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
मामा की मौत से राजेंद्र बेहाल
खारापुरवा निवासी राजेंद्र को जैसे ही मामा सुनील और ममेरे भाई साहिल के मौत की जानकारी मिली तो वह बेहाल हो गया। पिछले सप्ताह हुई पत्नी की मौत के दुख से वह बाहर नहीं आ पाया था। अब दो रिश्तेदारों की मौत से वह और सदमे में आ गया। रोते-रोते वह बेहोश हो जा रहा था।
चाचा और भाई की मौत ने झकझोर दिया
रतईपुरवा गांव में ब्याही भतीजी आशा को चाचा और भाई के घर आने की जानकारी मिली तो वह खुश थी। वह उनके आने का इंतजार कर रही थी, लेकिन कुछ देर बाद दोनों की मौत की सूचना फोन पर मिली तो वह चीखकर बेहोश हो गई। परिजनों ने पानी की छींटे मारे तो होश में आई। बार-बार चाचा और भाई को याद कर बेहोश हो जा रही थी।
लक्ष्मी का उजड़ा सुहाग, बच्चों से छिना पिता का साया
सुनील किसानी कर परिवार का पालन-पोषण करता था। परिजन शाम को घर लौटने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन जैसे की मौत की सूचना घर पहुंची तो कोहराम मच गया। पत्नी लक्ष्मी देवी का सुहाग उजड़ गया। काजल, सेजल, संध्या, राधिका, करन और कार्तिक के सिर से पिता का साया उठ गया।
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