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बड़ी खबर
लखनऊ। यूं तो शहर का मौसम गुलाबी है, लेकिन उन बेसहारा, गरीब, मजदूर और जरूरतमंदों के दिल का हाल तो कोई पूछे तो जरा पता चले कि शहर क ा मौसम कैसा है। राजधानी में शीत लहर का प्रकोप तो दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है,लेकिन जिला प्रशासन और नगर निगम की लाख दावेदारियों के बाद भी नगर में अब तक कहीं भी अलाव जलते नहीं नजÞर आ रहे हैं। गौरतलब है,कि नगर विकास मंत्री से लेकर कमिश्नर, जिलाधिकारी,और प्रमुख सचिव नगर विकास समेत निदेशक नगर विकास तथा नगर आयुक्त तक केवल हवा-हवाई बातें करते नजÞर आ रहे है। वहीं,शहर में भीषण ठंड के प्रकोप से आम जन जीवन पूरी तरह से प्रभावित दिखाई पड़ रहा है। इसके बावजूद नगर में कहीं भी सरकारी अलाव की व्यवस्था ढूंढे नजर नहीं आ रही है।
राजधानी के मीरावाई मार्ग स्थित रविवार शाम शक्तिभवन के बाहर कु छ लोग बैठे हाथ ताप रहे थे पूछने पर पता चला कि ये अलाव नगर निगम ने नहीं जलवाया है,बल्कि स्थानीय दुकानदारों ने खुद चंदा इकठ्ठा क रके 10 किलो लकड़ी मंगवाई है तब जाकर ठंड से थोड़ी राहत मिली है। यहां मौजूद अनुज राजपूत वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता ने बताया कि दैनिक जागरण चौराहे से लेकर सिंकदरबाग चौराहे और इधर श्रीराम टावर से नरही तक कहीं भी नगर निगम ने अलाव के लिए लकड़ी की व्यवस्था नहीं की है। वहीं,सूरज शुक्ला ओला चालक,प्रवीण चौधरी जियो सिम विक्रता,मिथुन और कल्याण सिंह पटरी दुकानदार ने कहा कि शीत लहर में गरीब,मजदूर बेसहारा लोग ठंड से जूझ रहे हैं,लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नहीं हैं।
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