उत्तर प्रदेश

Rudrapur: युवक की हत्या कर सात फीट गड्ढे शव पर डाला 50 किलो नमक

Tara Tandi
23 Nov 2024 7:32 AM GMT
Rudrapur: युवक की हत्या कर सात फीट गड्ढे शव पर डाला 50 किलो नमक
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Rudrapur रुद्रपुर । सुमित श्रीवास्तव हत्याकांड एक खौफनाक वारदात है। सुमित का शव दफनाने के लिए जहां सात फीट गहरा गड्ढा खोदा गया वहीं शव को गलाने के लिए 50 किलो नमक भी डाला गया। पुलिस के मुताबिक अगर कुछ दिन और हत्याकांड की पता नहीं चलता तो शव की हड्डियां तक गल चुकी होतीं।
शुक्रवार की सुबह जब कोतवाली पुलिस को सुनसान इलाके से तीव्र दुर्गंध आने की खबर मिली तो पुलिस को इस बात का अंदेशा नहीं था कि जिस घटनास्थल का वह दौरा करने जा रही है। वहां नौ दिन से लापता चालक सुमित हत्याकांड का प्रकरण निकलेगा। जब पुलिस ने सात फीट का गहरा गड्ढा खोदना शुरू किया तो मिट्टी से नमक बाहर आने लगा। धीरे-धीरे खुदाई में अचानक एक हाथ नजर आया जिसमें सुमित श्रीवास्तव लिखा हुआ था। हाथ पर अंकित नाम देखकर पुलिस समझ चुकी थी कि यह शव 14 नवंबर से लापता युवक का है।
बताया जा रहा है कि सड़े-गले शव के चेहरे पर बीयर की बोतल की कांच धंसी हुई थी और गले में फंदानुमा निशान था। शव को करीब 25-25 किलो नमक के बोरों में लपेटा गया था। ताकि जल्द से जल्द शव गल जाए और सुमित के लापता होने का राज, राज ही रह जाए। जितना गहरा गड्ढा सुमित को दफनाने के लिए खोदा गया, उतनी ही गहरी साजिश हत्याकांड को अंजाम देने में रची गई।
गणेश को पकड़ा तो प्रेमिका ने लगाई फांसी
16 नवंबर को गुमशुदगी की तहरीर आने के बाद जब पुलिस ने संदेह के घेरे में आए गणेश चंद्रा को पूछताछ के लिए उठाया तो मंगलवार वाले दिन रेनू ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। शाम को हाथ की नस काटकर खुदकुशी का भी प्रयास किया, लेकिन देवर ने आकर जान बचाई। उस वक्त लोगों को ऐसा लग रहा था कि शायद पति के लापता होने के बाद पत्नी गमजदा है।
16 नवंबर को चला हत्या का पता
13 नवंबर को पति को रास्ते से हटाने का इशारा देने के बाद हत्याकांड की साजिशकर्ता रेनू को 16 नवंबर को हत्या किए जाने की खबर मिल चुकी थी। बताया कि 14 नवंबर के बाद से ही रेनू ने प्रेमी गणेश चंद्रा से संपर्क तोड़ दिया था और 16 नवंबर को जब पता चला कि सुमित की हत्या कर शव कल्याणी नदी में फेंक दिया है। उसके बाद ही साजिशकर्ता ने पुलिस चौकी में तहरीर देकर हंगामा काटना शुरू कर दिया और पति की बरामदगी का मुद्दा उठाया।
रेनू ने पति को टिफिन में रखकर दिया मीट व चार रोटियां
हत्याकांड की साजिश के तहत ही 14 नवंबर को गणेश चंद्रा ने रेनू को मुर्गे का मीट लेकर दिया था और रची गई साजिश के तहत ही मुर्गा पार्टी के बहाने भेजना तय हुआ था। जब शाम साढ़े दस बजे हत्यारोपी गणेश की कॉल आयी तो एक बार सुमित ने जाने से इंकार कर दिया, लेकिन रेनू ने जबरन एक टिफिन में बना मीट व चार रोटियां बांधकर दीं और इंजॉय करने को कहा। रेनू को पता था कि पति की यह आखिरी पार्टी होगी।
प्रेमी ने जोड़ी दोस्तों की मंडली
सुमित हत्याकांड में अहम किरदार रेनू व गणेश चंद्रा का है, लेकिन हत्याकांड को अंजाम देने में मुख्य आरोपी ने अपने दोस्तों की मंडली को एकत्रित किया और 14 नवंबर की देर रात्रि शराब पार्टी के दौरान बेवजह मुद्दा बनाकर सुमित से झगड़ा शुरू कर दिया। इसके बाद शराब के नशे में धुत दोस्तों ने गणेश के साथ मिलकर पहले बीयर की बोतल सुमित के चेहरे व सिर पर फोड़नी शुरू कर दी और जब वह बेसुध हो गया तो फीते से गला दबा कर हत्या कर दी।
पुलिस की सुस्ती पर नाराज दिखी जनता
14 नवंबर की रात्रि से लापता चालक सुमित श्रीवास्तव के परिजन लगातार रंपुरा चौकी से कोतवाली व कोतवाली से रंपुरा चौकी के चक्कर काटने को विवश थे, लेकिन जब 21 नवंबर को पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने कोतवाल का घेराव कर 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया तो पुलिस सक्रिय हुई और चौकी में बैठे संदेहास्पद मुख्य आरोपी गणेश चंद्रा से गहनता से पूछताछ की। 22 नवंबर को लापता सुमित प्रकरण हत्याकांड में बदल गया। पुलिस की कार्यशैली पर जनता में काफी आक्रोश देखने को मिला।
घड़ियाली आंसू देख हर कोई भ्रमित
14 नवंबर से पति सुमित के लापता होने के बाद साजिशकर्ता रेनू ने खूब घड़ियाली आंसू बहाकर लोगों के अलावा पुलिस को भ्रमित किया। 21 नवंबर को कोतवाली घेराव के दौरान भी रेनू ने हंगामा काटकर और रो-रोकर पति का सुराग लगाने की गुहार लगाई। इसे देखकर हर कोई भ्रमित हो गया। यहां तक की प्रारंभिक तफ्तीश में पुलिस उसे निर्दोष बता रही थी।
ठुकराल ने संभाला बिगड़ते माहौल का मोर्चा
शुक्रवार को हत्याकांड का पता चलने के बाद जहां पोस्टमार्टम हाउस में पुलिस की कार्यशैली से खफा महिलाओं की भीड़ रंपुरा चौकी की तरफ कूच कर रही थी। तभी वहां मौजूद पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल व उनके भाई संजय ठुकराल ने भीड़ को रोका और कानून हाथ में नहीं लेने की बात कही। दो बार प्रयास के बाद अचानक साजिशकर्ता रेनू का भाई नितिन पहुंचा और भीड़ का आक्रोश भड़क गया। इसी दौरान कुछ लोगों ने धक्का मुक्की के साथ हाथापाई की कोशिश की, लेकिन वहां भी ठुकराल बंधुओं ने स्थिति को संभाला।
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