- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- एफएसएल रिपोर्ट न ला...
x
उत्तरप्रदेश। फतेहगंज पश्चिमी पुलिस ने स्मैक तस्करी के आरोप में जेल भेजे गए नन्हें लंगड़ा उर्फ रियासत के खिलाफ फटाफट विवेचना कर मात्र नौ दिन में चार्जशीट दाखिल कर दी, लेकिन डेढ़ माह तक स्मैक के नमूने की एफएसएल रिपोर्ट नहीं जुटा पायी। ठोस सबूतों के आभाव में विशेष कोर्ट ने आरोपी नन्हे लंगड़ा को दोषमुक्त कर बरी कर दिया।
थाना फतेहगंज पश्चिमी में तैनात एसआई शिवकुमार मिश्र ने 14 सितंबर 2022 की रात्रि रुकुमपुर अंडरपास के पास फतेहगंज पश्चिमी के वार्ड 13 मोहल्ला सराय निवासी नन्हें लगडा उर्फ रियासत को उसके साथी हसनैन समेत पकड़ा था। तलाशी में नन्हें लगड़ा के कब्जे से 260 ग्राम और हसनैन के कब्जे से 90 ग्राम स्मैक बरामद हुई थी। पुलिस ने दोनों को समैक तस्करी के आरोप में एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल भेज दिया था। विवेचक ने मात्र नौ दिन में बीते 23 सितंबर 2022 को चार्जशीट विशेष कोर्ट में पेश कर दी। विशेष कोर्ट ने 17 अक्तूबर 2022 को नन्हें लगड़ा पर आरोप तय कर केस की सुनवाई शुरू कर दी। सरकारी वकील ने आरोप साबित करने को गवाह पेश किये। सुनवाई पूरी होने तक बरामद स्मैक के नमूने की एफएसएल रिपोर्ट विशेष कोर्ट नहीं पहुंची। दलीलें सुनकर नन्हें लंगड़ा उर्फ रियासत को कोर्ट ने दोषमुक्त कर बरी कर दिया।
प्रशासन ने नन्हें लंगडा के बैंक्वेटहॉल पर बुलडोजर भी चला चुका है। बीते दिनों उसकी आलिशान बेशकीमती कोठी समेत दूसरी सम्पतियों को भी सीज किया गया। बाद में सफेमा कोर्ट नई दिल्ली से नन्हें लंगड़ा को राहत मिली थी।
Next Story