- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- लंग की समस्या से जूझ...
x
बड़ी खबर
लखनऊ। सहारा हॉस्पिटल में तबस्सुम नाम की महिला ने कुछ समय पहले एक बच्चे को जन्म दिया। बच्चे की हालत बेहद गंभीर थी और उसका वजन मात्र 700 ग्राम था। बच्चे के परिजनों ने पीडियाट्रिक हेड सहारा हॉस्पिटल के डॉक्टर एम. यू. हसन के अन्तर्गत एडमिड कर दिया। बच्चे का लंग बेहद कमजोर था, उसे सांस लेने में भी कठिनाई थी। बच्चे की विशेष देखभाल हेतु उसे गहन चिकित्सा में डॉक्टर्स की देख-रेख में रखा गया। कमजोर फेफड़े, प्री मेच्योर व वजन बहुत कम होने के कारण बच्चे के लंग की आर. डी. एस. हुई जिसकी वजह से उसे उस समय वेंटिलेटर और आक्सीजन की आवश्यकता भी पड़ी। बच्चे की हालत को देखते हुए उसे नसों से भोजन यानि टीपीएन दिया गया था और साथ ही इलाज के दौरान बच्चे के हर अंग की हेल्थ का विशेष ध्यान रखा गया जिसमें हार्ट,लंग, किडनी व ब्रेन शामिल थे। डॉक्टर ने परिजनों को धैर्य रखने को कहा और निरंतर अपना इलाज जारी रखा। डॉक्टर हसन ने बताया, इस बच्चे की जान बचाने का पूरा श्रेय सहारा हॉस्पिटल की नर्सिंग स्टाफ को जाता है।
साथ ही गहन चिकित्सा देखभाल में डॉक्टर मोनिका, डॉ.राशिद, डॉ.पवन, डॉ.उमेश डॉ.आलोक एवं डॉ.श्वेता का योगदान रहा। इस सभी के सामूहिक प्रयासों से एवं गहन चिकित्सा देखभाल करने से 700 ग्राम के इस नवजात की जान बचाना सम्भव हो सका। साथ ही नवजात बच्चे के माता-पिता ने लम्बे समय तक इलाज हेतु जो विश्वास सहारा हॉस्पिटल की पीडियाट्रिक टीम पर रखा और अपनी सहमति दी, उसी धैर्य व विश्वास की वजह से लगभग ढाई महीने तक एन आईसीयू में रहने के बाद 700 ग्राम के नवजात की जान बचाई जा सकी। मरीज के परिजन अपने बच्चे का नया जीवन पाकर बेहद खुश व संतुष्ट थे। सहारा हॉस्पिटल के मैनेजमेंट का भी यहां की सुविधाओं के लिए भूरि प्रशंसा की व धन्यवाद भी दिया। सहारा इंडिया परिवार के सीनियर एडवाइजर अनिल विक्रम सिंहजी ने बताया कि हमारे अभिभावक "सहाराश्री" जी ने हर आयु वर्ग, हर स्तर पर उचित मूल्य पर इलाज हेतु विश्वस्तरीय सहारा हॉस्पिटल का निर्माण करवाया है। श्री सिंह ने बताया कि सहारा हॉस्पिटल में हास्पिटल के खुलने से लेकर अब तक इस तरह के कई बच्चों को गंभीर स्थिति से निकाल कर डॉक्टर हसन व उनकी समस्त मेडिकल व पैरामेडिकल टीम ने नया जीवन दिया है। सहारा हॉस्पिटल की समस्त डॉक्टरों की टीम निरंतर नित नए आयाम स्थापित कर रही है और अपनी बेहतर सेवाएं देने को तत्पर है।
Next Story