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उत्तर प्रदेश
जगबीर हत्याकांड़ कांड मामले में कोर्ट पहुंचे नरेश टिकैत, खतौली उपचुनाव को लेकर कही ये बड़ी बात
Admin4
6 Dec 2022 12:43 PM GMT
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मुजफ्फरनगर। भाकियू सुप्रीमो नरेश टिकैत ने आज जगबीर हत्याकांड के मामले मे कोर्ट में पहुंचकर तारीख लगाई। कल हुए खतौली में उपचुनाव के मतदान को लेकर भाकियू सुप्रीमों नरेश टिकैत ने कहा कि इस सीटों से सरकार न तो बनती है और ना गिरती है लेकिन सरकार को यह चुनाव निष्पक्ष कराने चाहिए थे जिससे भारतीय जनता पार्टी को पता लग जाता कि लोगों ने उनको कितने हाथों पर रखा है और कितनी अब जनता खुश है और आज क्या कारण है कि आदमी इतना विरोध कर रहा है। उन्होंने कहा कि एक राकेश है जो इस उपचुनाव में बड़ी चर्चाओं में रहा है हमारी तो साथ उसकी मुलाकात भी नहीं हुई लेकिन प्रशासन को भी देखना चाहिए कि प्रशासन को अपनी निष्पक्षता दिखानी चाहिए थी।
बीते कल खतौली उपचुनाव में प्रचार के लिए मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री सहित दर्जनों बड़े मंत्रियों के दौरे हुए। इस दौरान भाकियू सुप्रीमो नरेश टिकैत ने कहा कि मुख्यमंत्री का तो हम सम्मान करते हैं लेकिन उनकी जो यह फौज है यह तो पूरी गुंडई पर है। उन्होंने कहा कि उन पर अधिकारी भी शिकंजा नहीं कस पा रहे है। अधिकारी बेलगाम हो रहे हैं। जल्द ही यह जनता विद्रोह पर उतर जाएगी। हाल ही में संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारी गुरनाम सिंह चढूनी ने संयुक्त किसान मोर्चा पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरी अनदेखी की गई। गुरनाम सिंह चढूनी आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे रिहा नहीं किया गया और राकेश टिकैत को लखीमपुर जाने दिया गया इस सवाल के जवाब में भाकियू सुप्रीमो नरेश टिकैत ने कहा कि हो सकता है कि कोई छोटी मोटी बात हो गई हो। उन्होंने कहा कि गुरनाम सिंह चढूनी भी किसानों के हक की अच्छी बात करते हैं नरेश टिकैत ने कहा कि गुरनाम सिंह भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। उनका सम्मान किया जाता है। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी बात नहीं करनी चाहिए कि उनकी अनदेखी की जा रही है। भाकियू सुप्रीमो नरेश टिकैत ने संयुक्त किसान मोर्चा के संगठनों को हिदायत देते हुए कहा कि उन्हें इस तरह की भाषा नहीं बोलनी चाहिए, उनका सम्मान है। और सम्मान करते रहेंगे।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के संगठन में हम हस्तक्षेप नहीं कर सकते। यह तो संयुक्त किसान मोर्चा को ही अधिकार है कि किस तरह की बात है और किस तरह की कार्यवाही बेकार है। उन्हें हम चैलेंज नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा में 40 से 45 संगठन है उन्हें कुछ लगा होगा ऐसा। वह भी किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं और चढूनी को भी ज्यादा महसूस नहीं करनी चाहिए थी यह तो उतार-चढ़ाव की बात होती है इसे इतनी गंभीरता से ना लें। और किसान के हितों को देखते हुए उनके हित में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज किसानों के सामने बड़ी दिक्कत है आज किसान बारूद के ढेर पर बैठा है। गुरनाम सिंह अपने निजी स्वार्थ के बात ना करके सबके हित की बात सोचें और सबके हित में काम करें।
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