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उत्तर प्रदेश
डॉक्टर की लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत, अस्पताल में परिजनों ने जमकर किया हंगामा
Rani Sahu
13 Sep 2022 4:10 PM GMT
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अमृत विचार,टांडा/रामपुर। नगर स्थित एक झोलाछाप के अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत पर परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि इलाज में लापरवाही से जच्चा बच्चा की मौत हुई है। हंगामे के बाद झोलाछाप समस्त स्टाफ सहित मौके से फरार हो गया। मोहल्लेवासियों का कहना है कि अस्पताल में पहले भी गलत उपचार एवं लापरवाही के चलते कई मौतें हो चुकी हैं। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
नगर के मुख्य मार्ग स्थित मंडी समिति के सामने मोहल्ला काजीपुरा नई आबादी निवासी अख्तर अली अपनी पत्नी शब्बो (35 ) को प्रसव के लिए सोमवार दोपहर बाद स्थानीय सीएचसी लेकर गया। वहां स्टाफ नर्स ने चेकअप के बाद नॉर्मल डिलीवरी से इंकार करते हुए मुरादाबाद ले जाने का सुझाव दिया। बताते हैं कि इसी दौरान किसी ने गर्भवती को मोहल्ला मरघटी स्थित ग्रीन हॉस्पिटल में ले जाने की बात कही।
जिसके बाद अख्तर अली गर्भवती पत्नी को प्रसव के लिए ग्रीन हॉस्पिटल ले गया। झोलाछाप अशोक कुमार और नर्स ने प्राथमिक चेकअप के बाद नॉर्मल डिलीवरी की बात कहते हुए महिला को अपने अस्पताल में भर्ती कर लिया। जिसके बाद अस्पताल संचालक झोलाछाप और अप्रशिक्षित नर्स ने लेबर रूम में ले जाकर नॉर्मल डिलीवरी का प्रयास किया। काफी देर के बाद झोलाछाप बोला कि ऑपरेशन करना पड़ेगा। जिसके लिए मुरादाबाद से डॉक्टर को बुलाना होगा।
महिला के पति ने मुरादाबाद ले जाने की बात कही, किन्तु झोलाछाप ने विश्वास दिलाया कि उनके परिचित कुशल सर्जन मुरादाबाद से यहां आकर आपरेशन से डिलीवरी कर देंगे। झोलाछाप ने मुरादाबाद से आए डॉक्टर तथा नर्स ने देर शाम करीब सात बजे ऑपरेशन से प्रसव कराया।
ऑपरेशन के दौरान ही लापरवाही के चलते नवजात और कुछ समय बाद उसकी मां की मौके पर ही मौत हो गई। गुस्साएं परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए जच्चा-बच्चा की मौत के लिए झोलाछाप को जिम्मेदार बताते हुए जमकर हंगामा किया। झोलाछाप नर्सिंग होम का ताला लगाकर मौके से फरार हो गया। उसके कुछ परिचितों ने नर्सिंगहोम पर लगे होर्डिंग आदि भी झटपट हटा दिए।
लापरवाही के चलते हुई दोनों की मौत
परिजनों का आरोप है कि यदि अस्पताल में योग्य चिकित्सक की निगरानी में ऑपरेशन हुआ होता तो जच्चा-बच्चा की जान बच सकती थी। पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। बताते हैं कि अस्पताल में पहले भी लापरवाही और गलत उपचार के चलते कई मौतें हो चुकी हैं।
मृतका के मायके वाले भी कस्बा केलाखेड़ा उत्तराखंड से नगर पहुंच पहुंच गए। मृतका का पति और मायके वाले नर्सिंगहोम संचालक झोलाछाप के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के पक्ष में थे, किन्तु कुछ लोगों ने मध्यस्थता कर मंगलवार तड़के दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया। जिसके बाद महिला को दफन कर दिया गया। जच्चा-बच्चा की मौत से परिजनों का बुरा हाल है।
झोलाछाप ने कहा था कि नॉर्मल डिलीवरी से बच्चे का जन्म कराया जाएगा। बाद में मुरादाबाद से चिकित्सक को बुलाया गया। प्रसूता कराहती रही लेकिन डॉक्टरों ने बेहतर उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर नहीं किया। जिससे प्रसूता की मौत हो गई'—अख्तर अली, मृतका का पति।
नगर के मोहल्ला मरघटी स्थित ग्रीन हॉस्पिटल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गयी थी। इसको लेकर परिजनों में काफी आक्रोश था, उनका आरोप था कि लापरवाही से जच्चा- बच्चा दोनों की मौत हुई है। उनके द्वारा तहरीर दिए जाने पर मामले में विधिक कार्रवाई की जाएगी—अजयपाल सिंह,थानाध्यक्ष टांडा।
बेहद गम्भीर और अफसोसनाक मामला है। किसी को भी लोगों की जान से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। टीम के दो सदस्य विभागीय काम से लखनऊ गए हैं। इसलिए आज झोलाछाप के नर्सिंगहोम और घटना की जांच के सिलसिले में जाना नहीं हो सका। इस सम्बंध में जांचोपरांत सख्त कार्रवाई अमल में लायी जाएगी—डा. राजीव वर्मा, नोडल अधिकारी।
Rani Sahu
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