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उत्तर प्रदेश
मायावती : अब गुजरात में रेवड़ी बांटने पहुंचे 'केजरीवाल', दिल्ली में नहीं किया किसी का भला
Rani Sahu
11 Aug 2022 12:56 PM GMT
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अब गुजरात में रेवड़ी बांटने पहुंचे 'केजरीवाल', दिल्ली में नहीं किया किसी का भला
लखनऊ : बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने गुरुवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर गुजरात के राजनीतिक हालात को लेकर पदाधिकारियों के साथ विशेष बैठक की. बैठक में उन्होंने गुजरात में होने वाले विधानसभा आम चुनाव में बीजेपी और अन्य विरोधी दलों के खिलाफ संघर्ष में पार्टी संगठन की चुनावी तैयारियों, मुस्तैदी और प्रतिबद्धता के साथ अपने बलबूते पर चुनाव लड़ने के बारे में गहन चर्चा की. मायावती ने इस बार गुजरात में आम आदमी पार्टी के चुनाव लड़ने पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि केजरीवाल, वहां पर लोगों को फ्री का लालच दे रहे हैं. उनसे सावधान रहने की जरूरत है.
मायावती ने गुजरात के वरिष्ठ पदाधिकारियों और कोऑर्डिनेटर के साथ बैठक की और वहां के दलित व अन्य उपेक्षित वर्गों को अन्याय, शोषण, जमीन बेदखली, जहरीली शराब आदि से मुक्ति दिलाने की बात कही. आरक्षण के साथ ही अन्य संवैधानिक अधिकारों को लेकर पदाधिकारियों को निर्देशित किया. मायावती ने गुजरात की चुनावी तैयारियों की पार्टी के पदाधिकारियों से प्रगति रिपोर्ट ली. उन्होंने कहा कि गुजरात के गरीबों, दलितों और अन्य उपेक्षितों को समुचित, सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक न्याय व परिवर्तन का पहले कांग्रेस और उसके बाद अब बीजेपी के शासनकाल में भी काफी लंबे समय से इंतजार है. यह बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है.
इसे सिर्फ अब बेहतर चुनावी परिणाम से ही बदला जा सकता है. मायावती ने कहा कि इस वर्ग के लोगों को यूपी, हरियाणा, हिमाचल सहित देश के अन्य राज्यों की तरह ही इनके थोड़े अच्छे दिन की बड़ी बेसब्री से प्रतीक्षा है. बीजेपी के चुनावी वायदे से नहीं बल्कि सत्ता से इनकी उचित भागीदारी के बिना असंभव है. जिसका मार्ग बीएसपी की शक्ति के माध्यम से ही संभव है. मायावती ने पदाधिकारियों से कहा कि पोलिंग बूथ स्तर तक के लोगों को यह बात समझानी होगी, तभी गुजरात में मूवमेंट सफल हो पाएगा.
मायावती ने कहा कि गुजरात में इस बार आम आदमी पार्टी भी बीजेपी की तरह ही रेवड़ी बांटने और अन्य प्रकार के प्रलोभन वाले चुनावी वायदों वाली अपनी चाल चल रही है, लेकिन इन सबसे खासकर गरीबों, दलितों और उपेक्षित वर्गों के लोगों का असली हित और सही भला नहीं होगा. यूपी सहित बीजेपी शासित राज्यों में इन वर्गों का कोई भला नहीं हो पा रहा है और न ही आम आदमी पार्टी शासित दिल्ली राज्य में. इसलिए इस प्रकार की चुनावी चालों से सावधानी जरूरी है.
सोर्स- etv bharat hindi
Rani Sahu
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