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- बरेली में कांवरियों पर...
बरेली में कांवड़ यात्रा के दौरान पुलिस ने जबरदस्त लाठीचार्ज करके लोगों को मौके से खदेड़ दिया। इस दौरान महिलाओं को भी निशाना बनाया गया। घायल महिलाओं ने आरोप लगाया कि उन्हें घर में घुसकर पीटा गया।
चक महमूद में लाठीचार्ज के बाद गलियों में महिलाओं के समूह भी मौजूद थे। यहां घरों में भी चीख-पुकार मच रही थी। गीता श्रीवास्तव ने अपने शरीर पर लगी चोटें दिखाते हुए बताया कि वह घर पर थीं। घर में घुसकर पुलिसकर्मियों ने उन्हें और उनके पति वेदप्रकाश को पीटा।
बगल के घर में रागिनी और उनकी मां सरस्वती शर्मा भी निकलकर आईं। इन लोगों ने पीठ और हाथ पर लगी चोटें दिखाईं। बताया कि एक महिला का हाथ भी टूट गया है। वह लोग दरवाजे पर खड़ी थीं। उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया गया। उनका घटना से कोई लेना-देना नहीं था।
एक युवक ने बताया कि वह बच्चे की दवा लेने जा रहा था। उनकी भी पिटाई की गई। एक कांवड़िये ने कहा कि उनका कसूर सिर्फ इतना है कि वे यात्रा में शामिल थे। पुलिस ने यह भी नहीं देखा कि किसे मार रहे हैं। कई सारे कांवड़ियों को चोटें आई हैं। वे डर की वजह से अपना दर्द बताने आगे नहीं आ रहे।
सरकार विरोधी नारे लगाकर सड़क पर दिया धरना
कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे की अनुमति न मिलने पर गुस्साए लोगों ने महिलाओं के साथ सुरेश शर्मा नगर चौराहे पर धरना देकर सरकार विरोधी नारे लगाए। शासन प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की। कहा कि वह लोग कोई अपराध नहीं कर रहे हैं।
कांवड़ यात्रा निकालकर वह अपने आराध्य भोले शंकर की पूजा नहीं करने जा रहे हैं। उनसे उनका अधिकार छीना जा रहा है। जत्थेदार भी इन लोगों के साथ मौजूद थे। यहां जाम की स्थिति बनी तो करीब आधा घंटा बाद एसपी सिटी इन्हें समझाकर साथ ले गए।
भीड़ पर रिपोर्ट कराने की बात कही
देर रात पुलिस ने जोगी नवादा इलाके के एक हिस्ट्रीशीटर और एक धार्मिक संगठन के नेता के साथ ही छह-सात लोगों को पकड़ लिया। बारादरी थाने में वीडियो से फुटेज देखकर इनकी व अन्य लोगों की पहचान की जा रही थी। डीजे संचालक को भी पकड़ा गया और डीजे थाने में खड़ा कर लिया गया। एसपी सिटी ने बताया कि करीब चार सौ लोगों की भीड़ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
पुलिस के पास कई वीडियो व फुटेज हैं, जिनसे आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी करेंगे। बारादरी थाना प्रभारी का कहना था कि जत्थेदारों की भूमिका भी गड़बड़ रही। वह अपने ही लोगों पर नियंत्रण नहीं रख सके। उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। कांवड़िये प्रशासन की बात मान रहे थे। इलाके के कुछ लोगों ने जत्थे में घुसकर माहौल बिगाड़ दिया।
बरेली में पुराना शहर के मोहल्ला जोगी नवादा में कांवड़ यात्रा के दौरान रविवार को एक बार फिर बवाल हो गया। पुलिस ने कांवड़ियों पर लाठीचार्ज कर दिया। इसे शासन ने गंभीर मानकर एसएसपी प्रभाकर चौधरी को हटा दिया। उन्हें 32वीं पीएसी (लखनऊ) भेजा गया है। सीतापुर के एसपी घुले सुशील चंद्रभान नए एसएसपी होंगे। इधर, बारादरी थाने के इंस्पेक्टर अभिषेक सिंह और जोगी नवादा चौकी प्रभारी अमित कुमार को निलंबित कर दिया गया है।
रविवार सुबह से चल रही रस्साकसी के बीच शाम पांच बजे एसएसपी प्रभाकर चौधरी के नेतृत्व में पुलिस ने पहले सख्ती दिखाते हुए बलपूर्वक हटाया, फिर लाठीचार्ज करना पड़ा। एसएसपी का दावा था कि अराजकतत्वों ने हवाई फायरिंग की, इस कारण लाठीचार्ज करना पड़ा। डीएम शिवाकांत द्विवेदी की मौजूदगी में हुए लाठीचार्ज में कांवड़ियों समेत कुछ महिलाएं भी घायल हुईं। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर डीजे जब्त कर लिया गया।
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कांवड़ जत्थे में शामिल डीजे पर बजाए जा रहे गानों को लेकर पुलिस के आपत्ति करने से यह पूरा बवाल हुआ। कांवड़ियों पर लाठीचार्ज को सपा व दूसरी विपक्षी पार्टियों के मुद्दा बनाने पर शासन गंभीर हुआ।