उत्तर प्रदेश

खतौली उपचुनाव: जयंत ने भाजपा को बताया जन विरोधी

Rani Sahu
13 Nov 2022 3:50 PM GMT
खतौली उपचुनाव: जयंत ने भाजपा को बताया जन विरोधी
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राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी रविवार को मुजफ्फरनगर के पीपलहेड़ा पहुंचे। जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जनता सब समझ रही है। बड़बोलेपन से काम नहीं चलेगा। जो जैसा बोएगा वैसा काटेगा। 2022 चुनाव में गर्मी निकालने की बात कही गई थी। दंगे की भी याद दिलाई गई, लेकिन उसका परिणाम सब ने देखा। जयंत ने खतौली विधानसभा से उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी के सवाल पर कहा कि उनका प्रत्याशी बाहरी नहीं वजन से भारी होगा।
जयंत चौधरी ने कहा कि आज एक नए अध्याय के साथ लोग आगे बढना चाहते हैं। उन्होंने विधानसभा 2022 चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि जब खुद मुख्यमंत्री मुजफ्फरनगर आए थे तो उन्होंने गर्मी निकाल दूंगा जैसी भाषा बोलकर गए थे। उन्होंने सवाल उठाया कि उसका क्या परिणाम आया, वह सबके सामने हैं। उन्होंने कहा कि उनका मुद्दा गन्ना मूल्य है, वह अभी तक क्यों घोषित नहीं हुआ। उन्होंने निवर्तमान विधायक की सदस्यता रद्द किये जाने काे कोर्ट का फैसला बताते हुए कोई भी टिप्पणी करने से इंकार किया।
जयंत चौधरी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की नीतियों के कारण ही देश को आज 2 लाख करोड़ से अधिक का चूना लग चुका है। उन्होंने विल्फुल डिफाल्टर की परिभाषा समझाते हुए कहा। इसका मतलब ये है कि जिस आदमी में सामर्थ्य है,वह सरकारी पैसा लेकर गबन कर गया। सरकारी बैंकों से रुपया लेकर वापस नहीं कर रहा। यह पाप है भ्रष्टाचार है। उन्होंने कहा कि 2012 में ऐसे लोगों से 23 हजार करोड़ का नुकसान हुआ और 10 साल के भीतर यानी 2022 में यही आंकड़ा 2 लाख 40 हजार करोड़ पर पहुंच चुका है।
कहा कि इनमें अधिकतर वे हैं जिन्होंने 100 करोड़ से अधिक का लोन लिया। उन्होंने कहा कि यह जिम्मेदारी लो। ये किसकी कमी से हो रहा है? उन्होंने कहा कि वह पूछना चाहते हैं कि 2013 में क्या हुआ? कहा कि सितंबर माह में पिछले वर्ष गन्ने का भाव घोषित किया था। लेकिन इस वर्ष आज तक घोषित नहीं हुआ। सब जानते हैं कि बढेगा नहीं। बढना होता तो चुनाव के इस दबाव में घोषित हो जाता। 5 दिसंबर तारीख है चुनाव की इसलिए गन्ने का भाव घोषित तो करो। उन्होंने कहा कि वह इसी बात पर चुनाव लड़ेंगे। गन्ने का भाव अच्छा दे देंगे तो किसान उसी निगाह से देखेगा।
जयंत चौधरी ने कहा कि उन्होंने चौ. अजित सिंह को करीब से देखा। उनकी कलम में जो ताकत थी वह आपकी ही देन थी। वह आपके लिए कौन सी संभावनाओं के दरवाजे खोलना चाहते थे। उन बातों को समझते हुए लोगों ने हमेशा उनका सहयोग किया। यह सिलसिला पुराना चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों का उन पर और उनका लोगों पर पूरा अधिकार है। रिश्ते दोनों और से निभाए जाते हैं। अभी कोई प्रत्याशी नहीं है, प्रत्याशी कौन होगा। इसका कोई मसला नहीं है। भीमराव आंबेडकर, चौ चरण सिंह, सरदार पटेल, बाबू नारायण सिंह सब लोग एक हैं।
खतौली में जीतेंगे: जयंत
भाजपा की और इशारा करते हुए कहा कि वे लोग बहुत तेज हैं। उन्हें मालूम था कि चुनाव तो होगा, लेकिन कह रहे थे कि नियम नहीं है, उन्हें नियम का पता नहीं है। लेकिन वह चुनाव की तैयारी में जुटे थे। खतौली में 131 गांव है, प्रत्येक बूथ, नगर बस्ती की छोटी से छोटी गली में यदि इस चुनाव को अपना बनाकर लड़ेंगे तो जीत पक्की होगी।
जयंत बोले- भारत में भावनात्मक राजनीति अधिक हुई
उन्होंने कहा कि वह भी 20 साल से राजनीति को देख रहे हैं, चुनाव लड़े, जीते और हारे भी। चुनाव का विश्लेषण किया है। उन्होंने कहा कि पालीटिकल साइंस का स्टू्डेंट होने के नाते बता रहा हूं। भारत में भावनात्मक राजनीति अधिक हुई। उसी आधार पर भावनात्मक रूप से लोग चुनाव में भाग लेते हैं। लेकिन उनकी मूल समस्या क्या है वह भावनाओं में भूल जाते हैं। उन्होने कहा कि लेकिन एक नेता होने के नाते उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वह विवेकपूर्ण फैसले ले। ताकि लोगों का कोई नुकसान न हो। यही काम चौ. चरण सिंह करते थे। उन्होंने कल्पना की थी कि समाज को बदलना है। इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी, अभिषेक चौधरी, रालोद जिलाध्यक्ष संदीप सिंह, प्रभात तोमर आदि शामिल रहे।

सोर्स - dainikdehat

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