उत्तर प्रदेश

रेप के बाद हुई थी मासूम की हत्या, पड़ोसी निकला कातिल, पुलिस ने भेजा सलाखों के पीछे

Admin4
26 Dec 2022 6:28 PM GMT
रेप के बाद हुई थी मासूम की हत्या, पड़ोसी निकला कातिल, पुलिस ने भेजा सलाखों के पीछे
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कानपुर। कानपूर भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव से एक सप्ताह पहले अपहृत हुई आठ वर्षीय मासूम की रेप के बाद हत्या की गई और फिर उसके शव को यमुना नदी में फेंका गया। बच्ची का कातिल कोई और नहीं बल्कि उसका पड़ोसी ही निकला, जो चुर्रा का लालच देकर ट्यूवबेल पर ले गया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही प मासूम की चप्पल बरामद की हैं। खुलासा होने के बाद आरोपी के विरुद्ध हत्या, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धाराएं बढ़ाई गई हैं।
भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र की आठ वर्षीय मासूम 19 दिसंबर को पड़ोस में टीवी देखने गई थी। उसी के बाद वह अचानक लापता हो गई। काफी खोजबीन के बाद भी पता न लगने पर दूसरे दिन परिजनों ने मासूम की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए आईजी कानपुर प्रशांत कुमार और एसपी सुनीति ने परिजनों से छानबीन करने के बाद मासूम की यमुना नदी किनारे और खंडहरनुमा जगहों पर तलाश की थी, मगर कोई सुराग नहीं लग सका था।
रविवार को मासूम का शव जालौन जनपद के कालपी थाना क्षेत्र के राय दिवारा गांव के पास यमुना नदी में मछुआरों ने बरामद किया था। परिजनों की शिनाख्त के बाद कालपी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। इसी दौरान भोगनीपुर कोतवाल अजय पाल सिंह ने मुखबिर की सटीक सूचना पर आरोपी को गांव से ही धर दबोचा। सोमवार को प्रेसवार्ता करते हुए एसपी सुनीति ने इस पूरे मामले का खुलासा किया।
उन्होंने बताया कि पड़ोसी चंद्रशेखर पुत्र पंचम ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह शराब के नशे में मासूम को चुर्रा का लालच देकर गांव के बाहर टयूवबेल पर ले गया था। दुष्कर्म के दौरान मासूम के चीखने पर उसने मुंह दबा दिया, जिससे वह बेहोश हो गई। मासूम घटना का किसी से जिक्र न कर दे, इस डर से उसने रात के अंधेरे में मासूम को यमुना नदी में फेंक दिया।
एसपी ने बताया कि आरोपी की निशानदेही पर टयूवबेल से मासूम की चप्पल बरामद की गई हैं। इस मामले में हत्या, दुष्कर्म, साक्ष्य छिपाने और पॉक्सो एक्ट की धाराएं बढ़ाई गई हैं। आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा। एसपी ने आरोपी को पकड़ने वाली पुलिस टीम को 15 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए आरोपी ने दुष्कर्म के बाद मासूम को उसी की लैगी से हाथ-पैर बांध दिए, ताकि वह छटपटा न सके। आरोपी ने बताया कि 19 दिसंबर की शाम दुष्कर्म के बाद उसने मासूम को यमुना में फेंकने का फैसला कर लिया था, लेकिन लोगों की आवाजाही के कारण रात होने का इंतजार करता रहा। ठंड के कारण लोग जैसे ही घरों में दुबक गए। वह मासूम को गोद में लेकर यमुना नदी किनारे पहुंचा और फेंक दिया।
रविवार को मासूम का यमुना नदी में शव मिलने के बाद कालपी पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। डॉक्टरों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक मासूम के पेट और आंतों में पानी भरा नहीं मिला, इससे संभावना जताई जा रही है कि पानी में फेंकने से पहले ही मासूम की मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट न होने पर विसरा सुरक्षित किया गया है।
आरोपी चंद्रशेखर का घर मासूम के घर से करीब पांच सौ मीटर की दूरी पर है। मासूम के लापता होने के बाद परिजनों और पुलिस की खोजबीन के दौरान भी वह साथ रहकर टोह लेता रहा। 21 दिसंबर को आईजी और एसपी के गांव पहुंचने पर भी आरोपी आसपास ही मौजूद रहा। पुलिस गांव के कई लोगों को संदिग्ध मानकर छानबीन कर रही थी। पुलिस की सक्रियता बढ़ने पर आरोपी के हाव-भाव बदलने लगे, जिससे उस पर शक गहरा गया और पुलिस की एक टीम आरोपी के पीछे लग गई। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो जुर्म कबूल कर लिया।
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