उत्तर प्रदेश

पुरानी रंजिश में आटो चालक दोस्त ने दारू पिलाकर घोंट दिया गला

Admin4
21 May 2023 10:24 AM GMT
पुरानी रंजिश में आटो चालक दोस्त ने दारू पिलाकर घोंट दिया गला
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वाराणसी। चौबेपुर थाना क्षेत्र के डुबुकिया गांव के खेत में पिछले दिनों 30 वर्षीय ठेकेदार अजय उर्फ सूरज उर्फ टोनी की हत्या उसके आटो चालक मित्र विजय कुमार ने ही की थी। पुलिस ने परानापुर निवासी आटो चालक विजय को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त आटो बरामद कर लिया है। विजय ने अजय को इसलिए मारा कि पिछले साल होली पर अजय ने लोगों के सामने उसकी पिटाई कर दी थी। इससे विजय बेइज्जती महसूस कर रहा था और बदले की आग में जल रहा था।
डीसीपी गोमती जोन अमित कुमार ने शनिवार को अपने कार्यालय में घटना का खुलासा करते हुए आरोपित को मीडिया के सामने पेश किया। बता दें कि सोमवार की सुबह डुबुकिया गांव के नलकूप के पीछे आदित्य सिंह के खेत में लालपुर थाना क्षेत्र के लमही निवासी ठेकेदार अजय शव मिला था। सिर में चोट के निशान थे। लाश के पास शराब की शीशी और चप्पल मिली थी। अजय ठेके पर शटरिंग का काम करता था। इस मामले में मृतक के पिता पप्पू राम ने चौबेपुर थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
डीसीपी ने बताया कि आरोपित विजय कुमार और अजय दोनों दोस्त थे। पिछले होली पर विजय और अजय में लड़ाई हो गई थी। उस समय विजय अकथा में रहता था और अजय ने उसकी कई लोगों के बीच पिटाई कर दी थी। तभी से विजय अपनी बेइज्जती महसूस करता था और बदला लेने की सोचता था। लेकिन अपने अंदर के बदले की भावना को वह जाहिर नही होने देता था। दोनों एकसाथ बैठकर नशा भी करते थे। अजय 14 मई की सुबह सात बजे घर से टिफिन लेकर काम के लिए लमही पहुंचा। शाम को विजय अपना आटो लेकर अजय की साइट पर पहुंच गया। कुछ देर इंतजार करने के बाद विजय ने अजय को आटो में बैठाया और संदहां ले गया। वहीं दोनों ने छककर शराब पी। अजय जब ज्यादा नशे में हो गया तो उसे डुबुकिया ले गया। विजय ने बताया कि अजय नशे की हालत में आटो में ही लुढ़क जा रहा था।
इस दौरान गिरने से उसके सिर में चोट लगी और खून बहने लगा। इसके बाद वह घबरा गया और सोचा कि उसे घर या अस्पताल ले जाने पर लोग उससे तरह-तरह के सवाल करेंगे। मन ही मन वह होली की पिटाई का बदला लेने की भी सोचता था। इसलिए उसने दोनों हाथों से उसका गला दबाकर मार डाला। हत्या के बाद उसकी लाश आटो से लेकर गया और डुबुकिया स्थित सरकारी नलकूप के पीछे खेत में फेंककर भाग निकला। रास्ते में उसकी आटो कीचड़ में फंस गई। इस दौरान उसने एक व्यक्ति की मदद से आटो बाहर निकलवाया। लेकिन आटो में काफी खून लगा था। विजय अपनी आटो लेकर पाखरे के पास गया और आटो को धोकर खून साफ कर दिया। यहां से वह सीधे घर जाकर सो गया। दूसरे दिन अजय की लाश मिलने की सूचना मिली तो वह अनभिज्ञ बना रहा।
चूंकि रात में वह डुबुकिया गया था इसलिए जाने पर कोई पहचान ले या किसी को संदेह हो जाय इस डर से वहां नही गया। वह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा और गमगीन बना रहा। ताकि किसी को उसके प्रति शक न हो। लेकिन घटनास्थल से कुछ दूरी के सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सूचना पर विजय पकड़ा गया। इस हत्यारोपित को गिरफ्तार करनेवाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल विनीत सिंह और कांस्टेबल दिनेश कुमार यादव रहे।
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