उत्तर प्रदेश

राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के रजत जयंती समारोह पर भव्य आयोजन, यूपी की राज्यपाल ने किया संबोधित

Admin4
3 Nov 2022 11:02 AM GMT
राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के रजत जयंती समारोह पर भव्य आयोजन, यूपी की राज्यपाल ने किया संबोधित
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उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के 25वें स्थापना दिवस के अवसर पर अटल प्रेक्षागृह में राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने रजत जयंती समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती पटेल ने सरस्वती परिसर में स्थापित राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन की प्रतिमा का अनावरण किया। इसके साथ ही राज्यपाल श्रीमती पटेल ने विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर ऑनलाइन एजुकेशन, ई-ज्ञान संगम, (ओ. ई. आर. रिपोजिटरी) एवं ई-ज्ञानार्जन (एल.एम.एस. पोर्टल) का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि, ऑनलाइन शिक्षा में आधुनिक तकनीक का तेजी से उपयोग हो रहा है। मुक्त विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति के सोपान पर आगे बढ़ा रहा है। मुक्त विश्वविद्यालय का प्रदेश व्यापी विस्तार हुआ है। जन सामान्य तक इसके कार्यक्रम सुलभ हैं।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस दौरान कहा कि, "मुक्त विश्वविद्यालय को जेल में सजायाफ्ता कैदियों की शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। जेल में अध्ययन केंद्र संचालित करके महिलाओं और लड़कियों को भी शिक्षित करने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय की है। उन्होंने कहा कि, मुक्त विश्वविद्यालय किन्नरों को ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध कराएं। इसके लिए राजभवन मदद करेगा।"
आनंदीबेन पटेल ने कहा कि, "विश्वविद्यालयों को वर्षा जल का संग्रह करना चाहिए। इस दिशा में सभी विश्वविद्यालयों को प्रयास करना चाहिए और योजना बनानी चाहिए। जिससे जल का शुद्धिकरण करके उसे पीने योग्य बनाया जा सके और बागवानी में भी काम आ सके। राज्यपाल ने वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए शिक्षार्थियों के क्रियाकलापों को बढ़ाने के लिए खेल, संस्कृति एवं टूर समिति के गठन पर जोर दिया। जिससे संस्कृतियों और विचारों का आदान-प्रदान हो सके।
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि प्रोफेसर धीरेंद्र पाल सिंह, शिक्षा सलाहकार मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश एवं पूर्व अध्यक्ष विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली ने कहा कि, "उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक परिवर्तन का समय आ गया है। उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा तेजी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि, हमें श्रेष्ठ वैश्विक नागरिकों को विकसित करना है। चरित्रवान नागरिक का निर्माण करना है। यह देश विकसित राष्ट्र के रूप में विश्व गुरु के रूप में अपनी पहचान बनाये। प्रोफेसर सिंह ने कहा कि, आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति सशक्त दस्तावेज है।"
बता दें कि, इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डॉक्टर नरेंद्र कुमार सिंह गौर, पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार अस्वस्थ होने की वजह से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। उन्होंने अपना संदेश देते हुए, समारोह की सफलता के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की। इससे पूर्व कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए, विश्वविद्यालय की विकास यात्रा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि, इन 24 वर्षों की यात्रा में शिक्षार्थी नामांकन, क्षेत्रीय केंद्रों आदि की संख्या में वृद्धि हुई है और विश्वविद्यालय ने अपने शैक्षणिक एवं सामाजिक दायित्व को निभाया है। विश्वविद्यालय शासन और प्रशासन की मंशा के अनुरूप विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन कर रहा है।
आपको बता दें कि, विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षार्थियों को ऑनलाइन माध्यम से शैक्षणिक गतिविधियों से जोडे़ रखने एवं उन्हें नित नई जानकारियों से अवगत कराने के उद्देश्य से सेंटर फॉर ऑनलाइन एजुकेशन की स्थापना की गई है। इसके साथ ही ई-ज्ञान संगम के अंतर्गत विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा तैयार की गई, अध्ययन सामग्री को निर्धारित ओ. ई.आर. लाइसेंस प्राप्त करते हुए आम जनमानस को विश्वविद्यालय वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही ई-ज्ञानार्जन (लर्निंग मैनेजमेन्ट सिस्टम) पोर्टल के माध्यम से विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों को ऑनलाइन माध्यम से भी संचालित करने की योजना है। इससे दूर-दराज में रह रहे शिक्षार्थी भी ऑनलाइन माध्यम से पाठ्यक्रमों को पूरा कर अपने उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सकेंगे। इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती पटेल, मुख्य अतिथि प्रोफेसर डीपी सिंह, कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने रजत जयंती समारोह स्मारिका एवं विश्वविद्यालय की विकास यात्रा पर आधारित वृत्तचित्र (डॉक्यूमेंट्री) का विमोचन किया।
वहीं, मुख्य अतिथि प्रोफेसर सिंह ने इस अवसर पर प्रदेश सरकार द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 11 से 17 अगस्त 2022 तक चलाए गए हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत सेल्फी विद तिरंगा प्रतियोगिता के विजेताओं कुमारी आयुषी शाक्या, कानपुर, श्री अमित कुमार शुक्ला, अयोध्या, पवित्रा निषाद, प्रयागराज को पुरस्कृत किया।
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