उत्तर प्रदेश

शहर के 40 वार्डों में कूड़ा उठाने की व्यवस्था ठप

Harrison
2 Oct 2023 10:51 AM GMT
शहर के 40 वार्डों में कूड़ा उठाने की व्यवस्था ठप
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उत्तरप्रदेश | शहर को साफ सुथरा बनाने के लिए स्वच्छता पखवाड़ा के तहत लोगों को जागरूक किया जा रहा है. वहीं 80 में से 40 वार्डों से डोर टू डोर कूड़ा उठाने की व्यवस्था ठप हो गई है. कूड़ा उठाने वाली एजेंसी ब्लैक लिस्ट हो गई है. ऐसे में नगर निगम के सामने 40 वार्डों से कूड़ा उठाना बड़ी चुनौती हो गया है.
सवाल यह है कि इन वार्डों से कूड़ा कौन उठाएगा कौन. हालांकि नगर निगम अधिकारी अपने कर्मचारियों से ही कूड़ा उठाने का दावा कर रहे हैं, जबकि पहले से कर्मचारियों की कम संख्या को लेकर वार्डों में सफाई व्यवस्था बिगड़ी हुई है. वहीं यूनियन के पदाधिकारी इसे नियमों के खिलाफ बता रहे हैं.
स्थिति यह है कि कुछ जगहों पर नगर निगम के सफाई कर्मचारियों से ही कूड़ा उठवाया जा रहा तो कहीं कूड़ा वार्ड में ही डंप कर दिया जा रहा है. इस वजह से ज्यादातर वार्ड में सड़क डंपिंग जोन बन गए है. क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जब नगर निगम के पास दूसरा विकल्प नहीं था तो अचानक डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाली एजेंसी से काम क्यों छीन लिया.
जमा नहीं किया. जांच के बाद अब एजेंसी को निगम ने ब्लैकलिस्ट किया है.
450 मीट्रिक टन कूड़ा रोज निकलता है शहर में
शहर से रोजाना करीब 450 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है. कूड़ा निस्तारण के लिए सथरापुर गांव में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के सिविल वर्क पर 22 करोड़ खर्च हो चुके हैं. इसके बाद भी एक साल से न तो प्लांट लगा और न कूड़े का निस्तारण हुआ.
यूजर चार्ज वसूलकर निगम में एजेंसी ने धनराशि जमा नहीं की. एजेंसी ब्लैक लिस्ट की गई है. केस दर्ज कराया जाएगा. विकल्प के तौर पर जहां एजेंसी कूड़ा उठा रही थी वहां निगम अपने कर्मचारियों को लगाकर कूड़ा उठवा रहा है. -निधि गुप्ता वत्स, नगरायुक्त
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