उत्तर प्रदेश

एक Madrasa की मान्यता पर चलता मिला चार अंग्रेजी माध्यम विद्यालय

Gulabi Jagat
16 April 2025 4:15 PM GMT
एक Madrasa की मान्यता पर चलता मिला चार अंग्रेजी माध्यम विद्यालय
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Rajapakad/कुशीनगर : क्षेत्र में विभिन्न नामों से खुल रहे अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की शिकायत के बाद कसया एवं फाजिलनगर के बीईओ जब हकीकत जानने कुछ विद्यालयों पर पहुंचे तो पता चला कि एनसीआरटी बोर्ड के नाम पर संचालित इन विद्यालयों की मान्यता किसी मदरसा की है और वह भी मदरसा संबंधित गांव में अस्तित्व में है ही नहीं।
मंगलवार को बीईओ विजयपाल नारायण त्रिपाठी विकासखंड कसया के कुरमौटा स्थित डॉ अम्बेडकर प्राथमिक विद्यालय मान्यताविहीन होने के कारण बंद कराया।सूचना के बाद बुधवार को वह सपहा स्थित एक अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पहुंचे।मान्यता के नाम प्रबंधक ,प्रधानाचार्य ने उन्हें नज़बून नेशा गर्ल्स स्कूल सपहा के मान्यता को कापी दी। 30 अप्रैल 2010 को क्रमांक 95 पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी द्वारा जारी मान्यता आदेश वाला यही प्रति बीईओ को एक दिन पूर्व फाजिलनगर विकासखंड के महासोन स्थित एक निजी विद्यालय से मिला था।क्रमांक 95 पर 30 अप्रैल 2010 को हुबहु एक ही जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के हस्ताक्षर से जारी दोनों मान्यता पत्रों में सही कौन है इसको लेकर असमंजस में फंसे बीईओ को तब आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा जब पता चला कि नज़बून निशा गर्ल्स स्कूल महासोन के नाम से महासोन में कोई मदरसा संचालित है ही नहीं। इस संबंध में खंड शिक्षाधिकारी विजयपाल नारायण त्रिपाठी ने बताया कि जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कुशीनगर के नाम से एक ही क्रमांक पर दो मदरसों की मान्यता एक ही दिनांक में दो स्थलों के लिए जारी करना असंभव है। मामले से उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।विधिवत जांच पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आने की उम्मीद है।



महुअवा न्यायपंचायत में एक दर्जन मदरसा ,धरातल पर पांच
बीईओ की जांच में के बाद एक नाम से दो स्थलों पर मदरसा की मान्यता कापी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है। दरअसल अकेले महुअवा बुजुर्ग न्याय पंचायत में सन 2013 के पूर्व एक दर्जन मदरसा की मान्यता ली गई है। जबकि धरातल पर लगभग 5 मान्यता ही संचालित हैं।ऐसे में शेष मान्यता किसके हैं और मदरसा कहां संचालित है यह जांच का विषय है।
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