उत्तर प्रदेश

परमवीर समेत चार गिरफ्तार, पुलिस की दबिश जारी

Admin4
16 Jan 2023 6:04 PM GMT
परमवीर समेत चार गिरफ्तार, पुलिस की दबिश जारी
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बरेली। जिस तरह कटरी में पूरी फिल्मी स्टाइल में हुए गैंगवार में तीन लोगों की हत्या हुई। ठीक उसी ही फिल्मी स्टाइल में पुलिस ने एक गुट के मुख्य आरोपी परमवीर समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर आज जेल भेज दिया है। रविवार को पुलिस की चाय पीने पहुंचे परमवीर समेत चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इस कांड में लगातार पुलिस की दबिश जारी है। अभी तक पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी सुरेश प्रधान पक्ष के सुरेश प्रधान समेत कई लोगों को हिरासत में लिया था। आज दूसरे पक्ष के मुख्य आरोपी परमवीर समेत चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
इस मामले में बदायूं के उझानी स्थित कस्बा किला खेड़ा निवासी अनीता देवी सुरेश पाल सिंह तोमर के छोटे भाई की पत्नी ने एक दिन पहले फरीदपुर थाने में परमवीर समेत 16 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें उन्होंने बताया था कि रामगंगा की कटरी में उनके परिवार की जमीन है। जिस पर गेहूं व लहटा की फसल है। उनकी जमीन के आसपास परमवीर की जमीन भी है। आरोप है कि परमवीर की उनकी जमीन पर नीयत खराब होने लगी। वे जमीन पर कब्जे की नीयत से फसल और यूकेलिप्टिस के पेड़ों को नुकसान पहुंचा रहा था। इसी को लेकर 11 जनवरी को परमवीर के फार्म हाउस पर रहने वाले सरदारों ने खेत के तार व खंभे तोड़ दिए थे।
इसकी जानकारी होने पर जेठ सुरेश पाल सिंह तोमर भतीजे विकास, विपिन, अजीत, बटाईदार व गांव के अन्य लोग खेत पर पहुंचे थे। इस दौरान खेत की बाउंड्री टूटी हुई थी। जिसे सभी लोग मिलकर सही कर रहे थे। आरोप है कि इसी बीच खजांची लाल शर्मा मौके पर पहुंचे और विरोध करने लगा।
इस दौरान परमवीर के मैनेजर खजांची लाल ने परमवीर को फोन किया। जिसके बाद आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया। जिसमें गोलू पंख्यिा उर्फ गुल मोहम्मद की मौत हो गई थी। अनीता की ओर से रिपोर्ट दर्ज करने के कुछ घंटों बाद ही पुलिस ने आरोपी परमवीर सिंह, भारतीय किसान यूनियन के जिला उपाध्यक्ष रविंद्र यादव, मैनेजर खजांची लाल शर्मा और ड्राइवर विकल गिरफ्तार को गिरफ्तार कर लिया है।
इस मामले में पुलिस तीन मास्टरमाइंड को पहले गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि कटरी कांड का चौथा मास्टरमाइंड सुभाष पाठक अब भी फरार है। कहीं न कहीं पुलिस भी सुभाष पर अपनी मेहरबानी बनाए हुए है। यही वजह है कि अब तक सुभाष पाठक के साथ- साथ उसके भाई वीरेंद्र पाठक की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। कटरी कांड को अंजाम देने के बाद मुख्य आरोपी सफेद पोश की शरण में थे।
सुरेश प्रधान को भी सफेदपोशों के माध्यम से सरेंडर कराया गया है। चर्चा है कि सुभाष पाठक भी कटरी कांड के बाद एक बड़े सफेदपोश नेता की शरण में है। यही वजह है कि अब तक इस मामले में पुलिस की ओर से ना तो अब तक फरार आरोपियों पर इनाम घोषित किया गया है और ना ही इस मामले में फरार आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट ही जारी किया गया है।
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