उत्तर प्रदेश

मोतियाबिंद के ऑपरेशन पर आई फ्लू का ब्रेक, जिला अस्पताल व कैली में नहीं हो रहा है आंख का ऑपरेशन

Harrison
10 Aug 2023 1:48 PM GMT
मोतियाबिंद के ऑपरेशन पर आई फ्लू का ब्रेक, जिला अस्पताल व कैली में नहीं हो रहा है आंख का ऑपरेशन
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उत्तरप्रदेश | तेजी से बढ़ रहे आई फ्लू के संक्रमण के कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर भी असर पड़ा है. मोतियाबिंद के ऑपरेशन पर इसका प्रभाव पड़ा है. वर्तमान में मोतियाबिंद के ऑपरेशन पर आई फ्लू का ग्रहण लग गया है. इससे आंख से संबंधित मरीजों प्रतीक्षा सूची लंबी होती जा रही है.
जिला अस्पताल और महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज की चिकित्सा इकाई ओपेक चिकित्सालय कैली में आंख के ऑपरेशन नियमित होते रहते हैं. लेकिन, पिछले एक पखवारे से आंख से संबंधित कोई भी ऑपरेशन नहीं हो रहा है.
इसके पीछे का कारण तेजी से फैल रहे आई फ्लू का संक्रमण बताया जा रहा है. जिला अस्पताल में ऑपरेशन कार्य ठप है. यहां करीब 25 से 30 मरीज मोतियाबिंद के हैं जो ऑपरेशन की कतार में हैं. हालांकि, इसमें से अधिकांश मरीज ऐसे हैं जिनका ऑपरेशन एंडीबायोटिक देकर आगे बढ़ाया गया है. नेत्र सर्जन डॉ. हरीश कुमार ने बताया कि आई फ्लू संक्रमण के चलते ऑपरेशन नहीं किए जा रहे हैं. हां, यदि किसी मरीज के आंख में गंभीर समस्या है और बिना तत्काल ऑपरेशन के ठीक नहीं हो सकता तो उन मरीजों का ऑपरेशन एहतियात बरतते हुए किया जाएगा. आई फ्लू का संक्रमण कम होने पर सभी ऑपरेशन होंगे. प्रभारी प्रमुख अधीक्षक डॉ. रामजी सोनी ने बताया कि आई फ्लू के चलते आंख से संबंधित जरूरी ऑपरेशन होंगे. संक्रमण का प्रभाव कम होने पर ऑपरेशन कार्य सुचारू रूप से चलेगा. दवा और लेंस आदि उपलब्ध है.
डिकल कॉलेज में भी संकट
मेडिकल कॉलेज की चिकित्सा इकाई ओपेक हॉस्पिटल कैली में इन दिनों मोतियाबिंद समलबाई आंख संबंधित अन्य ऑपरेशन ठप हैं. डॉक्टर तारीख देकर मरीजों को घर भेज रहे हैं. नेत्र सर्जन डॉ. रोहित शाही ने बताया कि आई फ्लू के चलते मरीजों के ऑपरेशन कम कर दिए गए हैं. जिनको ज्यादा परेशानी हो रही है उन्हीं का ऑपरेशन किया जा रहा है क्योंकि ऑपरेशन होने के बाद मरीज कहीं आई फ्लू के चपेट में आ गया. इस वजह से आंख की रोशनी जा सकती है. 20 से 25 मरीज ऐसे हैं जिनको डेट दिया गया है. उन्हें एंटीबॉयोटिक दवा दी गई हैं.
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