उत्तर प्रदेश

बकाया राशि का हुआ भुगतान, रिटायर्ड कर्मचारियों को नगर निगम ने दी बड़ी राहत

Admin4
21 Sep 2022 5:13 PM GMT
बकाया राशि का हुआ भुगतान, रिटायर्ड कर्मचारियों को नगर निगम ने दी बड़ी राहत
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लखनऊ। राजधानी स्थित नगर निगम से सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है। आज करीब 150 कर्मचारियों का बकाया 6 करोड़ 75 लाख रूपये रिलीज कर दिये गये हैं। सालों से सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाले पैसे के लिए करीब 300 कर्मचारी भटक रहे थे,उनमें से 150 कर्मचारियों को उनके हिस्से का पैसा आज नगर निगम की तरफ से दे दिया गया है। इस बात की जानकारी नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह ने दी है। बताया जा रहा है कि बाकी बचे 150 सेवानिवृत्त कर्मचारियों को उनका बकाया भी दो से तीन महीने में मिल जायेगा।

दरअसल,करीब छह सालों से नगर निगम के करीब 300 कर्मचारी अपने सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाले पैसों को पाने के लिए भटक रहे थे। कर्मचारियों का यह वह पैसा है जो उन्हें रिटायरमेंट के बाद ग्रेच्युटी आदि के रूपे में मिलता है। इसमें उपार्जित अवकाश का पैसा भी शामिल होता है। इस पैसे को पाने के लिए यह सभी सेवानिवृत्त कर्मचारी नगर निगम के अधिकारी व नेताओं के चक्कर काट रहे थे,कई ऐसे कर्मचारी भी थे,जिन्हें अपने खून पसीने का हक पाने के लिए कोर्ट की शरण में भी जाना पड़ा था।

लेकिन अब इन सब समस्याओं का समाधान होता दिख रहा है और यह सबकुछ हो रहा है नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह के प्रयासों से। एक समय था जब नगर निगम में आये दिन पैसे न होने की बात सामने आती रहती थी, नगर निगम की तरफ से कर्मचारियों का भुगतान यह कह कर रोक दिया जाता था कि नगर निगम के पास पैसा नहीं है। लेकिन अब समय बदला है,जुलाई महीने से अब तक करीब 22 कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जिस दिन यह कर्मचारी सेवानिवृत्त हुये, उनके हक का पैसा उन्हें तत्काल नगर निगम की तरफ से दे दिया गया।

इतना ही नहीं अब सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों को पेंशन के लिए भी नहीं भटकना पड़ रहा है। पैसा न देना पड़े इसके लिए नगर निगम खर्च कर देता था लाखों रूपये बताया जा रहा है कि 300 सेवानिवृत्त कर्मचारियों का करीब 13 करोड़ रूपये बकाया था,जिसमें से 150 लोगों को उनका पैसा मिला है। इस बीच खास बात जो निकल कर सामने आई है वह यह है कि इससे पहले किसी कर्मचारी का बकाया भुगतान न करना पड़े,इसके लिए नगर निगम कोर्ट में पैरवी के नाम पर लाखों रूपये खर्च कर देता था।

न्यूज़क्रेडिट: amritvichar

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