उत्तर प्रदेश

50 से अधिक इलाकों में पेयजल संकट, नलकूप खराब और जर्जर पाइप लाइन, विभाग में शिकायत का नहीं हो रहा लाभ

Harrison
17 Aug 2023 8:41 AM GMT
50 से अधिक इलाकों में पेयजल संकट, नलकूप खराब और जर्जर पाइप लाइन, विभाग में शिकायत का नहीं हो रहा लाभ
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उत्तरप्रदेश | शहर के 50 से ज्यादा इलाकों में पेयजल संकट बरकरार है. इस कारण लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा. कहीं नलकूप खराब हैं तो कहीं जर्जर पाइप लाइन है. जलकल विभाग में शिकायत करने पर भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा.
नगर निगम 100 वार्ड में पानी आपूर्ति करता है. इसके लिए हर वार्ड में नलकूप और ओवरहेड टैंक हैं. इसके बावजूद लोग पानी संकट से जूझ रहे हैं. पर्याप्त पानी नहीं मिलने से लोग परेशानी उठा रहे हैं.
लोग निगम के जलकल विभाग में शिकायत कर समस्या का समाधान कराने की मांग कर रहे हैं. इसके बाद भी पानी संकट दूर नहीं किया जा रहा. वार्ड 10 की पार्षद रेख गोस्वामी ने बताया पप्पू कॉलोनी के जूनियर हाई स्कूल में पानी कनेक्शन तक नहीं है. स्कूल में 300 बच्चे पढ़ते हैं. उन्होंने बताया डीएलएफ कॉलोनी में कई साल से पाइप लाइन बंद है.
इस कारण कॉलोनी में पानी आपूर्ति नहीं हो रही. करीब 20 हजार लोग परेशानी उठा रहे हैं. पार्षद ने बताया अंडर ग्राउंड वाटर टैंक की सफाई पिछले आठ साल से नहीं कराई गई. लोगों को पानी संकट से राहत दिलाने के लिए कई बार जलकल विभाग में शिकायत की.
मालीवाड़ा में रेतीले पानी की आपूर्ति की जा रही है. लंबे समय से लोग परेशानी झेल रहे हैं. जांच करने पर पता चला कि नलकूप रेतीला पानी दे रहा है.
नलकूप ठीक नहीं कराया जा रहा. लोहियानगर में दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है. दूषित पानी की आपूर्ति से घरेलू कार्य नहीं किए जा रहे. लोग बाजार से पानी खरीदकर पी रहे हैं. शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा. जीवन विहार में एक साल से दस एचपी का नलकूप खराब है.
लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा. संजयनगर में भी पानी आपूर्ति ठीक नहीं है. दूसरी और तीसरी मंजिल पर पानी नहीं पहुंच पाता. इससे लोगों को परेशानी हो रही है.
यह है वजह
● पानी की पाइप लाइन में जगह-जगह से लीकेज है
● काफी पुरानी पाइप लाइन हो गई, जो अब जर्जर हो चुकी
● रेतीला पानी आने के कारण पाइप लाइन बंद हो गई
● जल स्तर गिरने से नलकूप पानी नहीं उठा रहे
पानी आपूर्ति में सुधार कराया जा रहा है. कई जगह पेयजल आपूर्ति सुधारी जा चुकी है. जिन इलाकों में अभी समस्या है उसे दिखवा लिया जाएगा. -आनंद त्रिपाठी, महाप्रबंधक, जलकल विभाग
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