उत्तर प्रदेश

झांसी में अंतर्राष्ट्रीय समिट में बैंकिंग और फाइनेंस पर चर्चा

Rani Sahu
28 March 2023 5:46 PM GMT
झांसी में अंतर्राष्ट्रीय समिट में बैंकिंग और फाइनेंस पर चर्चा
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झांसी (आईएएनएस)| झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में चल रहे तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, वित और प्रबंधन में नई प्रगति पर आयोजित समिट के दूसरे दिन बैंकिंग क्षेत्र की समस्याओं से लेकर इस क्षेत्र में हुए डिजिटलाइजेशन पर खुलकर चर्चा हुई।
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग और वेनी क्रिएटर क्रिश्चियन यूनिवर्सिटी फ्लोरिडा, एम आई टी स्क्वायर कंपनी लंदन और वल्र्ड सोशल साइंस अकादमी झांसी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित व्याख्यान से हुआ। उन्होंने एसवीबी बैंक क्राइसिस के कारण बताये तथा बैंकों में क्रेडिट मैनेजमेंट की बारीकियों से निपटने के गुर भी बताए। इस सत्र के प्रो.एन एम पी वर्मा मुख्य अतिथि रहे।
डॉ भीम राव विश्वविद्यालय आगरा के पूर्व कुलपति प्रो. अशोक मित्तल और अलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रह्लाद कुमार इस कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि की भूमिका निभाई। तत्पश्चात कार्यक्रम के प्रथम सत्र में समिट के प्रतिभागी- साई दीप्ति, कैलाशपति, नितिन कुलश्रेष्ठ, संजय गोस्वामी, आमिर खान, उत्कर्ष तिवारी और मयंक ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। डा. शंभुनाथ सिंह ने बैकिंग और फाइनेंस में डिजिटलाइजेशन की महत्ता पर प्रकाश डाला। पर्यावरण विभाग से डा. सुमिरन ने कार्बन इमिशन के प्रभावों को बताकर उनको कम करने के उपाए सुझाए।
दूसरे सत्र का प्रारंभ प्रतिभागियों के शोध प्रस्तुतिकरण से हुआ। वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग की प्रो. अर्चना वर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि आवश्यकता ही अविष्कार की जननी होती है जब समाज में किसी वस्तु की आवश्यकता होती है तो उसका अविष्कार भी हो जाता है। उन्होंने इनोवेशन एंड इंटरप्रनेओरशिप की आवश्यकता और महत्ता को समझाया और कहा कि डिजिटल मार्केट में व्यक्ति की मानसिकता के आधार पर विज्ञापन से व्यापार में वृद्धि होती है।अंत में डा. अतुल गोयल ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डा. शिल्पा मिश्रा और शिखा सोनी ने किया।
--आईएएनएस
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