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गाजियाबाद सामूहिक दुष्कर्म मामले में दिल्ली महिला आयोग ने CM योगी को लिखा पत्र, उच्च स्तरीय जांच की मांग की
नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में बीते दिनों सनसनी मचाने वाले सामूहिक दुष्कर्म मामले (Ghaziabad Fake Assault Case) में हर रोज चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पीड़ित महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली महिला आयोग (Delhi Commission For Women) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को पत्र लिखकर इस मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने का आग्रह किया है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि फर्जी सामूहिक दुष्कर्म का यह मामला कई स्तरों पर बहुत गंभीर, चौंकाने वाला और परेशान करने वाला है। इसकी गहनता से जांच की जानी चाहिए। स्वाति मालीवाल ने कहा कि पीड़िता के आरोप गलत पाए जाने पर उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 182 और अन्य के तहत कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
पीड़ित महिला की निकली आरोपित
मालूम हो कि 19 अक्टूबर को दिल्ली की रहने वाली 38 वर्षीय महिला से गाजियाबाद के नंदग्राम इलाके में पांच लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म और बर्बरता की खबर सामने आई थी। महिला इलाके के आश्रम रोड पर बोरे में बंद पाई गई। उसके प्राइवेट पार्ट्स में चोट की बात भी सामने आई थी। इस मामले ने देशभर के लोगों में दिल्ली के निर्भया कांड की याद ताजा कर दी। मामले की जैसे-जैसे जांच हुई तो पीड़ित महिला खुद इस मामले में आरोपित निकली और सामूहिक दुष्कर्म की पूरी कहानी फर्जी साबित हुई।
पुलिस ने चार लोगों को किया गिरफ्तार
गाजियाबाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तेजी से जांच शुरू की तो पता चला कि दिल्ली स्थित एक प्रापर्टी को लेकर महिला ने अपने तीन दोस्तों के साथ फर्जी दुष्कर्म की साजिश रची थी। दूसरे पक्ष पर आरोप लगातर महिला दिल्ली स्थित प्रापर्टी पर कब्जा करना चाहती थी। इसके लिए उसने खुद अपने प्राइवेट पार्ट्स को चोट पहुंचाई और दोस्त ने उसे बोरे में भरकर सड़क पर फेंक दिया, ताकि मामला सच प्रतीत हो सके। गाजियाबाद पुलिस ने आरोपित महिला और उसके तीनों दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।