- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- परधौली गांव में डकैतों...
x
बरेली। थाना क्षेत्र के परधोली गांव में बदमाशों ने शनिवार रात जमकर उत्पात मचाया। बदमाशों ने जहां चार घरों के ताले तोड़कर सामान चोरी कर लिया। वहीं एक घर में महिला और उसकी पौत्री को बंधक बनाकर लाखों रुपये का डाका डाला। इसके बाद बदमाशों ने एक दुकान का ताला तोड़ दिया और सामान लेकर फरार हो गए। पीड़ितों का आरोप है कि इंस्पेक्टर ने उनकी तहरीर बदलवा कर मामला चोरी में दर्ज किया।
परधौली गांव निवासी दामोदर ने बताया कि उनके घर में तीन डकैत घुसे थे, जबकि दो बाहर खड़े रहे। सभी के हाथों में हथियार थे। दामोदर के मुताबिक वह घर की पहली मंजिल पर सो रहे थे। जबकि उनकी मां शिव देवी व 9 वर्षीया बेटी दीपाली मकान के निचले हिस्से में सो रही थीं। रात में करीब 2 बजे बदमाश उनके घर में दाखिल हो गए और उनकी मां और बेटी को हथियाराें के बल पर बंधक बना लिया। इसके बाद घर में रखे 10 तोला सोने के जेवर, करीब 500 ग्राम चांदी के जेवर और 10 हजार रुपये नकद ले लिए। इसके बाद बदमाशों ने शिव देवी और दीपाली को धमकी दी कि शोर मचाया तो गोली मार देंगे और कमरे में बद करके फरार हो गए। सुबह 5 बजे जब वह उठकर नीचे आए तो आवाज दी। इसके बाद उनकी मां ने पूरी बात बताई। वहीं गांव के अजयपाल ने बताया कि वह दिल्ली में रहकर प्राइवेट नौकरी करते हैं। गांव में घर खाली था। किसी समय बदमाशों ने उनके घर के ताले तोड़कर 80 हजार नकद और सोने चांदी के जेवर समेत करीब 6 लाख रुपये की चोरी कर ली। वहीं गांव के ही शंकर ने बताया कि शनिवार की रात को उनके घर के भी ताले तोड़कर चोरों ने नकदी व जेवर समेत करीब दो लाख रुपये चोरी कर लिए।
शंकर भी दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं। वहीं गांव के वेदप्रकाश उर्फ नन्हें के घर के ताले तोड़कर चोरों ने नकदी व जेवर समेत 90 हजार रुपये की चोरी कर ली। परधोली निवासी रिटायर्ड पुलिस कर्मी कृष्णपाल के घर के ताले तोड़कर चोरों ने नकदी व जेवर समेत करीब 4 लाख रुपये की चोरी कर ली। चोरों ने एक दुकान का तोड़ दिया और हजारों का सामान ले गए। गांव के दामोदर, अजयपाल, शंकर सागर, कृष्णपाल और वेदप्रकाश ने बताया कि वह अलग अलग शिकायती पत्र देना चाह रहे हैं लेकिन इंस्पेक्टर ने डकैती की घटना को भी चोरी में ही दर्ज किया। बताया कि थाने में बैठाकर सभी से एक ही तहरीर बनवाई और उसी पर हस्ताक्षर करा लिए। बताया कि बदमाशों ने दामोदर के घर में बंधक बनाकर डकैती डाली थी। इसके बाद भी मामला चोरी में ही दर्ज किया। पीड़ितों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि चोरी की तहरीर में भी पुलिस ने आरोपियों की संख्या घटाकर 3 दर्शाई है। दामोदर, वेदप्रकाश समेत सभी पीड़ितों ने बताया कि पुलिस ने पहले तो घटना को दबाने का प्रयास किया, लेकिन जब वह लोग नहीं माने तो पुलिस ने चोरी में रिपोर्ट दर्ज कर ली। बताया कि हल्का दरोगा भी उन लोगों पर चोरी की ही रिपोर्ट दर्ज कराने का दबाव बनाते रहे। बताया कि पुलिस को सूचना देने के करीब 6 घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। जबकि इंस्पेक्टर सतीश कुमार नैन तो शाम 5 बजे तक घटना स्थल का निरीक्षण करने तक नहीं पहुंचे और पीड़ितों को थाने में ही रोके रहे।
दामोदर की मां शिव देवी ने बताया कि बदमाश आसपास के ही हो सकते हैं। क्योंकि उनकी भाषा स्थानीय ही लग रही थी। सभी का चेहरा कपड़े से ढका था। आरोपियों ने उनसे कहा कि यदि बोली तो पूरे घर को गोली मार देंगे। डर की वजह से उन्होंने शोर नहीं मचाया। बताया कि अंदर आए बदमाशों ने उनसे कहा कि उनके कई साथी घर से बाहर खड़े हैं। शिव देवी ने बताया कि वह इतना डर गईं थी कि डकैतों की हर बात मानती रहीं और चाबी दे दी। इसके बाद वह लोग स्वयं ही सामान लूटकर ले गए। चोरी होने की जानकारी मिली है। उसी आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। डकैती की बात संज्ञान में नहीं आई है। इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी
Admin4
Next Story