उत्तर प्रदेश

5 स्टेशनों का निर्माण लगभग पूरा, ये काम भी हुए पूरे

Admin4
10 July 2022 10:52 AM GMT
5 स्टेशनों का निर्माण लगभग पूरा, ये काम भी हुए पूरे
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उत्तर प्रदेश के मेरठ में रैपिड रेल के लिए बनाए जा रहे आरआरटीएस कॉरिडोर (RRTS Corridor) के प्रायोरिटी सेक्शन में काफी तेजी से कार्य हो रहा है. निर्माण कार्य को लेकर शनिवार को प्रबंध निदेशक/एनसीआरटीसी ने निरीक्षण किया. निरीक्षण का फोकस 17 किमी लंबे प्रायोरिटी सेक्शन के 5 स्टेशंस और लगभग पूरे हो चुके वायाडक्ट और उन पर चल रहे विभिन्न सिस्टम को लगाने के कार्यो पर रहा.

प्रबंध निदेशक ने निरीक्षण की शुरुआत साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन से की. यहीं से प्रायोरिटी सेक्शन प्रारम्भ होता है. साहिबाबाद स्टेशन तेजी से तैयार हो रहा है और सिविल निर्माण लगभग समाप्त हो गया है. स्टेशन की छत और अन्य फिनिशिंग के कार्य पूरे किए जा रहे हैं. प्रबंध निदेशक अन्य अधिकारियों के साथ पहले से ही निर्मित RRTS वायाडक्ट के ऊपर से चलते हुए गाजियाबाद स्टेशन पहुंचे. उन्होंने गाजियाबाद रिसीविंग सब स्टेशन (RSS) का भी निरीक्षण किया जो पूरी तरह से तैयार हो चुका है. यह इस सेक्शन को बिजली की सप्लाई प्रदान करेगा.

गाजियाबाद स्टेशन काम लगभग पूरा

सम्पूर्ण प्रायोरिटी सेक्शन के वायाडक्ट का निर्माण कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है और सभी 5 स्टेशन भी तेजी से निर्मित किए जा रहे हैं. अभी ट्रैक बिछाने, ओएचई इंस्टॉल करने और सिग्नलिंग उपकरण लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है. उन्होंने गाजियाबाद स्टेशन के निर्माण का मुआयना किया. बता दें यहां हाल ही एनसीआरटीसी ने गाजियाबाद स्टेशन के पास मेट्रो लाइन और सड़क मार्ग पुल को पार करने के लिए कॉरिडोर के सबसे लंबे स्टील स्पैन को सफलतापूर्वक स्थापित किया था.

कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म लेवल का निर्माण कार्य पूरा

गाजियाबाद स्टेशन के निरीक्षण के बाद प्रबंध निदेशक पनः गुलधर की ओर गए और निर्मित वायडक्ट के ऊपर चलते हुए सम्पूर्ण निर्माण कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने गुलधर स्टेशन के निर्माण का भी निरीक्षण किया. यहां कॉनकोर्स लेवल और प्लेटफॉर्म लेवल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. अभी उसकी छत के साथ-साथ फर्श आदि बनाने का कार्य किया जा रहा है.

इं​जीनियर्स से की बातचीत

गुलधर से फिर आगे प्रबंध निदेशक ने दुहाई स्टेशन तक निर्मित वायाडक्ट और उस पर चल रहे निर्माण कार्यों को भी देखा. साथ ही संबंधित इंजीनियर्स से भी बातचीत की. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि डिजाइन और सुविधाएं सभी बिंदुओं पर हमेशा यात्री केंद्रित होने चाहिए. उन्होंने इंजीनियर्स से निर्माण कार्यों की जटिलताओं और चुनौतियों के विषय पर भी बात की. समस्याओं से निपटने की दिशा में उनका मार्गदर्शन भी किया.

ट्रायल से पहले टेस्टिंग का दौर

प्रबंध निदेशक ने दुहाई स्टेशन के निर्माण का भी ब्यौरा लिया, जहां वर्तमान में स्टेशन के प्लेटफॉर्म लेवल के निर्माण के साथ-साथ ट्रैक बिछाने का प्रगति पर है. इसके बाद वायाडक्ट निर्माण कार्यों का जायजा लेते हुए अधिकारी दुहाई डिपो पहुंचे. यहां सावली स्थित मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट से पहला आरआरटीएस ट्रेनसेट हाल ही में सड़क मार्ग द्वारा लाया गया है. ट्रायल रन से पहले यहां ट्रेनों की विभिन्न तरह की टेस्टिंग की जाएगी और सभी सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के बाद ही इसे ट्रायल के लिए ट्रैक पर उतारा जाएगा. दुहाई डिपो के निर्माण कार्य तथा प्रशासनिक बिल्डिंग में बनाए जा रहे विभिन्न तरह के लैब और सिमुलेटर रूप सहित अन्य कमरों का भी निरीक्षण किया.


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