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- चोरी की अफवाह के बीच...
गांव से लेकर शहर तक चल रही बच्चा चोर गिरोह की अफवाहों के बीच घर से गायब हो रहे लाडले व लाडलियां सिरदर्द बनते जा रहे हैं। जनपद में गत दिनों कई बच्चों के गायब होने की खबरें आईं, लेकिन कुछ ही देर बाद वे खोज लिए गए या फिर लौट आए। मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि अभिभावक अपने बच्चे कि हर गतिविधि व मनोभाव की निगरानी करें तो वे कभी भी घर छोड़ने की बात मन में भी नहीं लाएंगे।
इधर, चार से पांच दिन में बच्चा चोरी के शक में कई लोग पिट भी चुके हैं, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि लोग किसी भी तरह की अफवाह में न आएं, लेकिन हाल ही में बच्चा चोरी के शक में कुछ लोगों के पकड़े जाने के बाद से लोग दहशत में हैं। साकेत महाविद्यालय में मनोविज्ञान विभाग के रीडर डॉ. प्रणय त्रिपाठी का कहना है कि सामाजिक और सूचना तंत्र की व्यापकता में बदलाव के चलते बच्चे शारीरिक की अपेक्षा मानसिक रूप से ज्यादा प्रौढ़ हो रहे हैं।
अभिभावक अपनी व्यस्तताओं अथवा लापरवाही के चलते बच्चे की मनोदशा को समझने और बच्चों को अपेक्षित व्यवहार देने में चूक रहे हैं, जिससे बच्चों में विद्रोह की भावना घर कर रही है। छोटी-छोटी बातों से ही प्रभावित होकर वह कठोर निर्णय को बाध्य हो जाते हैं। उनका कहना है कि अभिभावकों को अपने बच्चे कि हर गतिविधि और मनोभाव की निगरानी करनी चाहिए तथा पर्याप्त अपना तो देना चाहिए।
गायब बच्चे का फोन आया, बोला-मोमोज खाने नाका आया हूं
केस एक
शनिवार को पूरा कलंदर थाना क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय ददेरा से अपने मौसी के घर रहकर पढ़ाई कर रहा गोसाईगंज थाना क्षेत्र के बीकापुर बेनवा निवासी 13 वर्षीय कक्षा पांच का छात्र राकेश प्रजापति पुत्र राज प्रजापति अपना बस्ता छोड़ लापता हो गया। सुबह उसका मौसेरा भाई अपनी साइकिल से स्कूल छोड़कर गया था। मामले की जानकारी पर परिवार के लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया। पुलिस ने छानबीन और तलाश शुरू कराई। देर रात फोन आया कि वह शहर के नाका क्षेत्र में मोमोज खा रहा है। वह पहले भी इसी तरह बिना बताए गायब हो चुका है।
कुमारगंज से हुआ गायब, पहुंच गया विंध्याचल
केस दो-
कुमारगंज थाना क्षेत्र के गोयडी पूरे शुक्ल निवासी कक्षा 9 का छात्र आयुष्मान दुबे उर्फ आयुष पुत्र राजीव गुरुवार की सुबह घर से कोचिंग और स्कूल के लिए निकला और गायब हो गया। देर शाम वापस घर नहीं पहुंचा तो खोजबीन शुरू हुई मामले की सूचना पर पुलिस ने भी झाड़ झंकार से लेकर स्कूल और कोचिंग तक तहकीकात शुरू कर दी। अगले दिन फोन आया कि बच्चा तो विंध्याचल पहुंच गया है। दरअसल वह अपने पिता की डांट से नाराज होकर अपने मामा के दोस्त के यहां चला गया था। हालांकि हलकान परिवार और इलाकाई पुलिस को होना पड़ा।
लापता बहनें गई थी इंडियन आइडल में ऑडिशन देने
केस तीन –
कैंट थाना क्षेत्र निवासी एक ही परिवार की तीन लड़कियां बालक राम कॉलोनी के पास अपनी साइकिल छोड़ लापता हो गई थी। तीनों आर्य कन्या इंटर कॉलेज में पढ़ती थी। स्कूल से न लौटने के बाद परिजनों ने खोजबीन शुरू की थी और पुलिस को सूचना दी थी। 2 दिन पुलिस और परिवार के लोग तलाश में हलकान हुए, बाद में लड़कियां खुद ही वापस आ गई। पता चला कि तीनों इंडियन आइडल में प्रतिभाग के झांसे पर दिल्ली चली गई थी।
क्या कहती है पुलिस
आजकल के बच्चे ज्यादा अंतमुर्खी हो रहे हैं, जिसके चलते उनकी योजना की किसी को भनक नहीं लग पाती। जानकारी मिलते ही पुलिस अपनी तरफ से हर संभव प्रयास करती है। सोशल मीडिया वॉलंटियर के माध्यम से तमाम बिछड़े और लापता लोगों को तलाशा गया है। महाराजगंज वाले मामले में ही पुलिस ने तीनों छात्राओं को बरामद किया। पूराकलंदर और कुमारगंज थाना क्षेत्र से लापता छात्र भी मिल गये हैं।
न्यूज़ क्रेडिट: अमृतविचार