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उत्तर प्रदेश
नोएडा में पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज, दरोगा समेत तीन सस्पेंड
Shantanu Roy
11 Jan 2023 3:50 PM GMT
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बड़ी खबर
नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस की पुलिस कमिश्नर ने बुधवार को एक ईमेल के माध्यम से प्राप्त हुई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एक चौकी प्रभारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है. वहीं, दो कांस्टेबल को निलंबित करने के साथ ही उनके ऊपर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा भी दर्ज किया गया है. यह कार्रवाई तब हुई जब शिकायत के बाद उच्च अधिकारियों ने मामले की जांच एसीपी को दी और उन्होंने जांच में सत्यता पाए जाने पर अधिकारियों को रिपोर्ट सौंपी. इस कार्रवाई से नोएडा के पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
दरअसल, नोएडा के थाना फेस वन के झुंडपुरा चौकी की पीसीआर-34 पर तैनात सिपाही अरविंद कुमार व अमित कुमार का एक वीडियो पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह को ई मेल की गई थी. इसमें दोनों सिपाहियोंं पर पैसे लेने का आरोप लगा था और वीडियो में दोनों सिपाही हाथ में कुछ लेते हुए नजर आ रहे हैं. इस मामले में पुलिस कमिश्नर ने एसीपी स्तर से जांच कराई तो मामला सही निकला. इसके बाद कोतवाली फेज वन में सिपाही अरविंद कुमार व अमित कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधी अधिनियम के तहत नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई. वहीं इस मामले की जांच में झुंडपुरा चौकी प्रभारी की भूमिका भी संदिग्ध बताई गई और झुंडपुरा चौकी प्रभारी संयज पूनिया को भी निलंबित कर दिया गया.
नोएडा जोन के एडीसीपी आशुतोष द्विवेदी का कहना है कि जो वीडियो ई मेल की की गई है. उसमें दोनों सिपाही दिखाई दे रहे हैं. चौकी प्रभारी उस वीडियो में नहीं है, लेकिन चौकी प्रभारी ने इस मामले में लापरवाही बरती है. इस कारण दोनों सिपाहियों व चौकी प्रभारी को निलंबित किया गया है. पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्ध नगर लक्ष्मी सिंह का कहना है कि जो भी पुलिसकर्मी विभाग की छवि खराब करेगा और अवैध कार्यों में संलिप्त पाया जाएगा उसे किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई होगी. यह कार्रवाई एक संदेश के रूप में भी अन्य पुलिसकर्मियों को है. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था और विभाग की छवि को किसी भी हाल में धूमिल करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
कमिश्नरेट बनने के बाद भी उगाही वसूली के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. कमिश्नरेट बनने के बाद सोशल मीडिया पर ओखला बैराज चौकी के सामने पुलिसकर्मियों के वाहनों से उगाही के वीडियो वायरल हुए थे. कमिश्नर ने पूरी पुलिस चौकी को निलंबित कर दिया था. इसके बाद लॉकडाउन में कोतवाली फेज टू क्षेत्र में दुकानें खुलवाने के मामले में एसएसआई व चौकी प्रभारी का नाम सामने आया था. यहां भी वसूली का खेल था. एसओजी प्रभारी शावेज खान का मामला तो कमिश्नरेट में भूचाल जैसा आया. इसमें एटीएम फ्रॉड करने वाले बदमाशों को पैसे लेकर छोडऩे का आरोप लगा. इस मामले में शावेज खान को बर्खास्त कर दिया गया. हालांकि, अब हाईकोर्ट से शावेज खान को राहत मिली है. कुछ महीने पहले ही भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने जारचा में तैनात एक सब इंसपेक्टर को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था.
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