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उत्तर प्रदेश
कार चालक और डिलीवरी ब्वॉय ने की थी कारगिल शहीद के घर में 27 लाख की लूट
Kajal Dubey
28 July 2022 2:25 PM GMT
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आगरा के थाना ताजगंज क्षेत्र के ताजनगरी फेज एक में कारगिल शहीद श्यामवीर सिंह के घर में 27 लाख की लूट कार चालक और एक कंपनी के डिलीवरी ब्वॉय ने की थी। दोनों कार से आए थे। वारदात में लूटे गए सोने को फाइनेंस कंपनी में गिरवी रखकर कर्ज ले लिया था। गुरुवार को पुलिस ने घटना का खुलासा किया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्य आरोपी मथुरा और उसका साथी दिल्ली का रहने वाला है। दोनों के पास से 2.78 लाख रुपये, एक कार, जेवरात और औजार बरामद हुए हैं।
25 जुलाई की शाम कारगिल शहीद श्यामवीर सिंह के घर में लूट हुई थी। उनकी पत्नी गीता देवी ने मुकदमा दर्ज कराया था। बदमाशों ने उनके दो साल के पौत्र भविष्य की गर्दन पर चाकू रखकर शहीद के बेटे नरेश की पत्नी शकुंतला को बंधक बनाया था। बदमाश पांच लाख रुपये, 40 तोले सोने के जेवरात, ढाई किलोग्राम चांदी के जेवरात लूटकर ले गए थे। बदमाश सीसीटीवी कैमरों के फुटेज में आ गए थे।
मुख्य आरोपी है कार चालक
पुलिस ने मथुरा के नौहझील स्थित छिनपारेई निवासी सतेंद्र उर्फ सोनू और दिल्ली के बदरपुर स्थित नीलकंठ कालोनी निवासी विपिन को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि सतेंद्र उर्फ सोनू मुख्य आरोपी है। वह कार चलाता है। इस समय फरीदाबाद के तिलपत कॉलोनी में रह रहा है। वहीं विपिन उसका दोस्त है। सोनू दिल्ली एनसीआर में कार चलाता है, जबकि विपिन आनलाइन उत्पाद बेचने वाली कंपनी में डिलीवरी ब्वॉय है।
सोनू अपनी होंडा मोबिलियो गाड़ी से आया था। उसे शहीद के घर से कुछ दूरी पर सितारा होटल के पास खड़ा किया था। इसके बाद पैदल घर गए थे। लूट के बाद सीधे फरीदाबाद चले गए थे। पुलिस को कार का नंबर फुटेज में मिल गया था। इससे पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। एडीजी ने खुलासा करने वाली टीम को 50 हजार रुपये का इनाम दिया है।
...तो करीबी ने कराई थी रेकी
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने घटना के खुलासे के लिए दो टीमों को लगाया था। एक टीम ने सीसीटीवी फुटेज देखे। दूसरी टीम सर्विलांस की थी। पुलिस को एक मोबाइल नंबर भी मिला। यह नंबर परिवार के करीबी का निकला है। बदमाश ने घटना से पहले अपने नए नंबर से करीबी से बात की थी। पुलिस का कहना है कि करीबी ने ही वारदात कराई है। हालांकि पुलिस अभी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। इसके बाद ही घटना में सहयोग देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
फाइनेंस कंपनी से लिया लोन
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने लूटे गए कुछ जेवरात को फाइनेंस कंपनी में गिरवीं रख दिया था। इसके बाद लोन ले लिया था। वहीं कुछ रकम से कर्ज भी चुका दिया। उधर, पीड़ित परिवार ने पुलिस के खुलासे पर संतुष्टि जाहिर की। धन्यवाद भी दिया।
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