उत्तर प्रदेश

बसपा जातीय जनगणना में देख रही अपना फायदा

Harrison
5 Oct 2023 10:06 AM GMT
बसपा जातीय जनगणना में देख रही अपना फायदा
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उत्तर प्रदेश | लोकसभा चुनाव से पहले बिहार राज्य द्वारा जातीय जनगणना के आंकड़े जारी होने के बाद बसपा चाहती है कि पूरे देश में जातीय जनगणना होनी चाहिए. उसे इस रणनीति में अपना फायदा नज़र आ रहा है. बसपा का मानना है कि दलितों, वंचितों, शोषितों और पीड़ितों को इसके बाद ही आरक्षण का वास्तविक लाभ मिलेगा. बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल कहते हैं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती जातीय जनगणना की सालों से मांग करती आ रही हैं.
बसपा से जुड़े एक नेता कहते हैं-बसपा हमेशा से दलितों, अति पिछड़ों और पिछड़ों के साथ ही अल्पसंख्यकों के हित चाहती है. जातीय जनगणना के बिना इनको वास्तविक लाभ नहीं मिल सकता है. बसपा नेता उदाहरण देते हुए कहते हैं कि यूपी में लोकसभा की कुल 80 सीटों में 17 सीटें आरक्षित हैं. इसी तरह विधानसभा की 403 सीटों में 86 आरक्षित हैं, जिसमें 84 अनुसूचित जाति और दो अनुसूचित जनजाति की है. जातीय जनगणना होने के बाद आरक्षित सीटों की संख्या बढ़ने की संभावना है. यूपी में पिछड़ों और दलितों का वोट बैंक हमेशा से निर्णायक रहा है. पार्टियां इन्हीं वोट बैंकों को पाने का जतन करती हैं.
कांग्रेस दफ्तर में सर्व धर्मसभा का आयोजन
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने गांधी जयंती पर भाजपा के स्वच्छता कार्यक्रम को ढोंग बताया है. उन्होंने कहा कि भाजपा शातिराना ढंग से गांधी जी के शांति, प्रेम, अहिंसा व भाईचारा के सिद्धांतों को पीछे कर रही है. गांधी को सिर्फ स्वच्छता तक सीमित करना बहुत बड़ी साजिश है.
वह प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर आयोजित सर्व धर्म सभा में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के विचारों से दूर होने का ही परिणाम है कि प्रदेश में रोजाना हत्याएं हो रही हैं.
आज देवरिया में जिस तरह से छह लोगों की हत्या हुई है, वह इसका ज्वलंत उदाहरण है. इससे पहले उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्रत्त्ी और कांग्रेस के सांसद रहे मसुरियादीन पासी की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
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