- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- सुभासपा की विदाई के...
सुभासपा की विदाई के बाद सपा के नजदीक आए महान दल और जनवादी पार्टी सोशलिस्ट, गठबंधन के फिर संकेत!
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) नीत गठबंधन से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) की विदाई के बाद पूर्व में इस गठजोड़ से अलग हुए दो क्षेत्रीय दल सपा से नजदीकी बनाने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में सपा के साथ मिलकर पिछला राज्य विधानसभा चुनाव लड़ चुके जनवादी पार्टी-सोशलिस्ट और महान दल ने चुनाव में अपेक्षित सफलता नहीं मिलने के बाद गठबंधन से नाता तोड़ लिया था। अब सुभासपा के सपा से अलग होने के बाद, अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं में कुछ असर रखने वाली जनवादी पार्टी-सोशलिस्ट सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रशंसा कर रही है। महान दल ने भी अखिलेश की तारीफ करते हुए सपा गठबंधन में दोबारा शामिल होने इच्छा जाहिर की है, हालांकि इसके लिए शर्त यह है कि सपा से स्वामी प्रसाद मौर्य को बाहर निकाला जाए। जनवादी पार्टी सोशलिस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय चौहान ने 'पीटीआई भाषा' से बातचीत में कहा "हम अखिलेश जी के साथ हैं और रहेंगे।" चौहान ने पिछले महीने हुए आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव में अखिलेश पर पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह सपा के साथ गठबंधन बनाए रखने पर पुनर्विचार करेंगे। लेकिन अब उनका लहजा बदल गया है। इस सवाल पर कि क्या हाल ही में उनकी सपा अध्यक्ष के साथ हुई बैठक हुई है, चौहान ने कहा "हम बैठक करते रहते हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी को मजबूत करने के कार्यक्रमों पर चर्चा करते हैं। हम सितंबर में लखनऊ में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करेंगे।" चौहान ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की आलोचना करते हुए कहा '' राजभर की कोई विचारधारा या सिद्धांत नहीं है। वह एक 'परजीवी प्राणी' हैं और व्यक्तिगत हित के लिए राजनीति करते हैं।''