उत्तर प्रदेश

13 दिन बाद जिंदगी से जंग हार गई MBBS छात्रा पाखी, एलएलआर हॉस्पिटल में तोड़ा दम

Shantanu Roy
12 Oct 2022 12:18 PM GMT
13 दिन बाद जिंदगी से जंग हार गई MBBS छात्रा पाखी, एलएलआर हॉस्पिटल में तोड़ा दम
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बड़ी खबर
कानपुर। उत्तर प्रदेश में कानपुर के लाला लाजपत राय चिकित्सालय में भर्ती एमबीबीएस की छात्रा पाखी आखिरकार जिंदगी से जंग हार गई। मंगलवार को उसने अस्पताल में अंतिम सांस ली। जिसके बाद परिजन बॉडी को बाराबंकी अपने पैतृक आवास लेकर चले गए। वहीं छात्रा की मौत से मेडिकल कॉलेज में मातम छा गया।
मल्टी ऑर्गन फ्लोयर होने से छात्रा की मौत
बता दें की बाराबंकी की रहने वाली पाखी श्रीवास्तव मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी। कुछ दिनों पहले मेडिकल कॉलेज में फैले डेंगू संक्रमण की चपेट में आकर पाखी बीमार होकर कोमा में पहुंच गई थी और मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया। स्वाइन फ्लू के चलते सेप्टीसिमिया हुआ और मल्टी ऑर्गन फ्लोयर होने से छात्रा की मौत हो गई।
बुखार आने के 24 घंटे बाद ही वेंटीलेटर तक पहुंची
मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ संजय काला ने बताया की 13 दिनों से एमबीबीएस छात्रा पाखी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही थी। उसमें इंफ्लूएंजा ए H1N1 वायरस यानी कि स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई थी। MBBS एन-टू बैच थर्ड ईयर की छात्रा कोमा में थी। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की छात्रा बुखार आने के 24 घंटे बाद ही वेंटीलेटर तक पहुंच गई थी। बीच में उसकी हालत स्टेबल हो गई थी। लिहाजा वेंटीलेटर भी हटा दिया गया था।
मां-पिता का रो-रोकर बुरा हाल
छात्रा की मौत से पिता आशीष श्रीवास्तव, मां डॉ. मंजू श्रीवास्तव का रो-रोकर बुरा हाल है। बेटी की मौत से दुखी पिता ने कहा उसने सिर्फ डॉक्टर बनने का ही सपना देखा था, आज मेडिकल कॉलेज में ही उसकी मौत हो गई। उसने डॉक्टर बनने के लिए कड़ा संघर्ष किया था।
छात्रा के पार्थिव शरीर को रोते हुए छात्रों ने दी विदाई
वहीं मेडिकल छात्रा की मौत के बाद साथी छात्रों का रो-रोकर बुरा हाल रहा। उन्होंने छात्रा के पार्थिव शरीर को रो-रोकर विदाई दी। वहीं मेडिकल कॉलेज स्टाफ ने छात्रों को ढांढस बंधाया।
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