उत्तर प्रदेश

प्राइवेट स्कूल की 17 छात्राएं और 3 टीचर बेहोश, अस्पताल में भर्ती

Shantanu Roy
8 Sep 2022 1:52 PM GMT
प्राइवेट स्कूल की 17 छात्राएं और 3 टीचर बेहोश, अस्पताल में भर्ती
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बड़ी खबर
ग्रेटर नोएडा। दनकौर कस्बे में स्थित विवेकानंद विद्यापीठ स्कूल में 17 छात्रों और 3 अध्यापिकाओं के बेहोश होने की खबर सामने आ रही है। बीते गुरुवार विवेकानंद विद्यापीठ स्कूल के 17 छात्रों और 3 अध्यापिकाओं की तबियत अचानक खराब हो गई और बेहोश हो गए। सभी को तत्काल दनकौर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया। स्कूल प्रबंधक ने आरोप लगाया है कि पास के गौशाला में साफ सफाई नहीं होती है। जिसकी वजह से बदबू स्कूल तक आती है। स्कूल प्रबंधक का कहना है कि अध्यापिकाओं और छात्रों की तबियत इसी वजह से खराब हुई है। इस मामले की शिकायत उन्होंने जिले के बड़े अधिकारियों से भी की है, लेकिन अभी तक उसका कोई समाधान नहीं निकला गया है।
गौशाला बना कारण
आज 8 सितंबर की सुबह दनकौर कस्बा स्थित विवेकानंद विद्यापीठ स्कूल में पढ़ने वाले 17 छात्रों और कार्यरत 3 अध्यापिका कक्षा में पढ़ाई करते समय अचानक बेहोश हो गईं। उनकी हालत को देखते हुए सभी को पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है। जहां पर उनका इलाज चल रहा है। विद्यालय के प्रबंधक दिनेश्वर दयाल का आरोप है कि इस विद्यालय के नजदीक दो गौशाले हैं। दोनों गौशाला में गंदगी रहती है। जिसकी वजह से उसकी बदबू विद्यालय तक भी पहुंचती है।
अभिभावकों की लगी भीड़
स्कूल प्रबंधक ने बताया कि कई बार इस विषय पर संबंधित विभाग से शिकायत भी दी गई है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है। गौशाला और अधिकारियों द्वारा की गई लापरवाही की वजह से ही छात्राओं और अध्यापिकाओं की तबियत खराब हुई है। प्रबंधक दिनेश्वर दयाल ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने इसकी सूचना कई बार नगर पंचायत और कोतवाली में भी दी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
लोगों की शिकायत
बताया जा रहा है कि बच्चों के बेहोश होने की खबर सुनते ही विद्यालय में अभिभावकों की भीड़ जुट गई। वहां पर मौजूद सभी लोगों का आरोप यही है कि मौजूद गंदगी की वजह से ही बच्चों की तबीयत बिगड़ी है। प्रबंधक ने कहना है कि जब इस विषय में बात करने के लिए उन्होंने गौशाला के एक पदाधिकारी को फोन किया तो पदाधिकारी ने उनसे अभद्रता से बात करते हुए फोन काट दिया। इस बात की जानकारी उन्होंने जिले के आला अधिकारियों को देने की बात की है।
गौशाला समिति के प्रबंधक ने कहा- आरोप बेबुनियाद
सभी पीड़ित लोगों में 4 छात्र और अध्यापकों की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी को दनकौर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है, लेकिन 2 अध्यापिकाओं को ग्रेटर नोएडा के जिम्स अस्पताल के लिए रेफर किया गया है। दोनों की हालत गंभीर है। द्रोण गौशाला समिति के प्रबंधक रजनीकांत अग्रवाल ने बताया कि इन दिनों गायों में लम्पी बीमारी चल रही है। बीमारी की वजह से गायों पर दवाई का छिड़काव किया गया था। जिनकी बदबू आसपास पहुंच रही हैं। उनका कहना है कि गायों की देखरेख के लिए काफी कर्मचारी रखे गए हैं। साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है। गौशाला समिति पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद है।
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