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उत्तर प्रदेश
कतर्नियाघाट में अठखेलियां करेंगे कुकरैल से आए घड़ियाल के 120 बच्चे
Admin4
27 Oct 2022 6:14 PM GMT
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बहराइच। लखनऊ के कुकरैल में स्थित घड़ियाल पुनर्वास केंद्र से 120 घड़ियाल के बच्चे और बंगलुरु से लाए गए एक कछुआ को लेकर वन विभाग की टीम कतरनिया घाट पहुंची। टीम ने गेरुआ नदी में सभी घड़ियाल के बच्चों को छोड़ दिया गया। यह सभी अब गेरुआ नदी में पलेंगे।
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के बीच से बहने वाली गेरुआ और कौड़ियाला नदी जलीय जीवों के लिए अनुकूल है। जिससे अब जिले के साथ दूसरे जनपद और प्रदेश के जलीय जीव भी यहां छोड़े जा रहे हैं। लखनऊ के कुकरैल स्थित घड़ियाल पुनर्वास केंद्र में घड़ियाल के बच्चे पल रहे थे। जिन्हे वन विभाग की टीम गुरुवार को कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के रेंज कार्यालय लेकर पहुंची।
यहां पर कतर्नियाघाट के वन क्षेत्राधिकारी वीके मिश्रा की अगुवाई में वन कर्मी गेरुआ नदी के तट पर पहुंचे। यहां पर विशेष पाइप लाइन से सभी गेरुआ नदी में छोड़ा गया। वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि 120 घड़ियाल के बच्चे नदी में छोड़े गए हैं। जबकि बंगलुरु से एक कछुए को लाकर नदी में छोड़ा गया है। मालूम हो कि गेरुआ नदी में पहले से ही विभिन्न प्रजाति के कछुआ, डॉल्फिन, घड़ियाल, मगरमच्छ और मछलियां पल रही है। इस दौरान वन दरोगा मयंक पाण्डेय, राधेश्याम समेत अन्य वन कर्मी शामिल रहे।
वर्ष 2020 में निकले थे बच्चे
वन क्षेत्राधिकारी वीके मिश्रा ने बताया कि कुकरैल से जो घड़ियाल के बच्चे लाए गए हैं। वह सभी वर्ष 2020 में अंडे से निकले थे। काफी देखभाल के बाद सभी सुरक्षित है। अब इन्हें गेरुआ नदी में छोड़ा गया है।
Admin4
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