नई दिल्ली: राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने देश भर में एमबीबीएस प्रवेश और परीक्षाओं के लिए एक विशिष्ट कैलेंडर तैयार करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। राज्यों को एमबीबीएस प्रवेश प्रक्रिया 1 अगस्त से शुरू करने और 30 अगस्त को समाप्त करने की सलाह दी गई है। गाइडलाइंस में कहा गया है कि अब से कोई सप्लीमेंट्री बैच नहीं होगा और 2024 से कॉमन काउंसलिंग होगी। एनएमसी के अधिकारियों ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि 'स्नातक चिकित्सा शिक्षा विनियम 2023' के नाम से तैयार किए गए दिशानिर्देश अगले साल से लागू होंगे।(एनएमसी) ने देश भर में एमबीबीएस प्रवेश और परीक्षाओं के लिए एक विशिष्ट कैलेंडर तैयार करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। राज्यों को एमबीबीएस प्रवेश प्रक्रिया 1 अगस्त से शुरू करने और 30 अगस्त को समाप्त करने की सलाह दी गई है। गाइडलाइंस में कहा गया है कि अब से कोई सप्लीमेंट्री बैच नहीं होगा और 2024 से कॉमन काउंसलिंग होगी। एनएमसी के अधिकारियों ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि 'स्नातक चिकित्सा शिक्षा विनियम 2023' के नाम से तैयार किए गए दिशानिर्देश अगले साल से लागू होंगे।वेश और परीक्षाओं के लिए एक विशिष्ट कैलेंडर तैयार करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। राज्यों को एमबीबीएस प्रवेश प्रक्रिया 1 अगस्त से शुरू करने और 30 अगस्त को समाप्त करने की सलाह दी गई है। गाइडलाइंस में कहा गया है कि अब से कोई सप्लीमेंट्री बैच नहीं होगा और 2024 से कॉमन काउंसलिंग होगी। एनएमसी के अधिकारियों ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि 'स्नातक चिकित्सा शिक्षा विनियम 2023' के नाम से तैयार किए गए दिशानिर्देश अगले साल से लागू होंगे।(एनएमसी) ने देश भर में एमबीबीएस प्रवेश और परीक्षाओं के लिए एक विशिष्ट कैलेंडर तैयार करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। राज्यों को एमबीबीएस प्रवेश प्रक्रिया 1 अगस्त से शुरू करने और 30 अगस्त को समाप्त करने की सलाह दी गई है। गाइडलाइंस में कहा गया है कि अब से कोई सप्लीमेंट्री बैच नहीं होगा और 2024 से कॉमन काउंसलिंग होगी। एनएमसी के अधिकारियों ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि 'स्नातक चिकित्सा शिक्षा विनियम 2023' के नाम से तैयार किए गए दिशानिर्देश अगले साल से लागू होंगे।