देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश और बाढ़ जैसे हालात हो रहे हैं। इसको लेकर कई वीडियो ऑनलाइन सामने आए हैं जिनमें दिखाया गया है कि कैसे सड़कें टूटकर नदी में समा रही हैं और कैसे कारें नदियों में बह रही हैं। ऐसे में वाहनों का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। अपने इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं कि पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश से चलते अचानक बाढ़, जलभराव और भूस्खलन जैसी स्थिति पैदा होने पर वाहन का कैसे ख्याल रखा जा सकता है।
वाहन को लेकर रहें सतर्क
कुछ संकेत आपको बता सकते हैं कि क्या भूस्खलन या आकस्मिक बाढ़ की कोई संभावना है। यदि आप पहाड़ी इलाके की ओर रुख कर रहे हैं और वहां लगातार बारिश हो रही है, तो भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बन सकता है। इसलिए, हमेशा सतर्क रहें और ऐसे संकेतों की जांच करते रहें। जब आप गाड़ी चला रहे हों, तो सड़क पर धंसे हुए रास्तों या असामान्य उभारों की जांच करके ही गाड़ी निकालें। इसके अलावा, यदि आप किसी जलाशय के किनारे गाड़ी चला रहे हैं, तो जल स्तर में अचानक होने वाले बदलाव पर ध्यान दें।
सुरक्षित स्थान पर करें पार्किंग
अपनी कार को खतरनाक जगह पर पार्क करने से बचें, जैसे चट्टान के किनारे या ऐसी जगह जहां इसके चारों ओर ढलान हो। चट्टान पर वाहन पार्क करना, जहां भूस्खलन हो सकता है, हमेशा जोखिम भरा होता है। इसके अलावा, यदि पार्किंग स्थल के चारों ओर ढलान हैं, तो चट्टानें ऊपर से लुढ़क सकती हैं और इससे आपके वाहन को भारी क्षति पहुंच सकती है।
असामान्य आवाज सुनकर हो जाएं सतर्क
जब भूस्खलन या अचानक बाढ़ आती है, तो वे हमेशा तेज असामान्य आवाजों के साथ आते हैं। यदि बड़ी चट्टानें आपस में टकराती हैं या पेड़ टूटते हैं, तो ध्वनि असामान्य रूप से तेज होती है, जिसे काफी दूर तक सुना जा सकता है। यदि आप किसी ऐसे क्षेत्र में गाड़ी चला रहे हैं, जहां बाढ़ या भूस्खलन का खतरा है, तो हमेशा ऐसी आवाजों की जांच करें। मौसम को लेकर अलर्ट रहने के लिए आप स्थानीय रेडियो स्टेशन भी ट्यून कर सकते हैं।