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हैदराबाद, (आईएएनएस)| तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) के कार्यालय में बुधवार को भी तनाव व्याप्त रहा। हाल ही में आयोजित एक परीक्षा के प्रश्न पत्र के लीक होने को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों, युवा और छात्र संगठनों ने दूसरे दिन भी अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करने के लिए नामपल्ली में टीएसपीएससी कार्यालय तक मार्च किया।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका, जिससे दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने टीएसपीएससी परिसर में घुसने की कोशिश की, पुलिस हरकत में आई और उन्हें हिरासत में ले लिया।
प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न विभागों में असिस्टेंट इंजीनियर के पदों पर भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा के प्रश्नपत्रों के लीक होने में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
आम आदमी पार्टी (आप) के स्टूडेंट्स विंग ने भी टीएसपीएससी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया और थाने ले गई।
प्रदर्शनकारियों ने टीएसपीएससी के अध्यक्ष जनार्दन रेड्डी के इस्तीफे की मांग की।
प्रश्न पत्र लीक होने को लेकर पीडीएसयू और पीवाईएल सहित छात्र समूहों ने भी खम्मम में विरोध प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि मेहनत कर परीक्षा देने वाले बेरोजगार युवकों के साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने सिटिंग जज से जांच कराने की मांग की।
पुलिस ने सोमवार को टीएसपीएससी के दो कर्मचारियों और एक पुलिस कांस्टेबल समेत नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
शहर की एक अदालत ने मंगलवार को आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
हैदराबाद पुलिस ने मंगलवार को पेपर लीक मामले को सेंट्रल क्राइम स्टेशन (सीसीएस) के विशेष जांच दल (एसआईटी) को ट्रांसफर कर दिया।
पुलिस आयुक्त सी.वी. आनंद ने आदेश जारी कर मामले को बेगमबाजार थाने से एसआईटी सीसीएस को स्थानांतरित कर दिया।
अपर पुलिस आयुक्त, अपराध एवं एसआईटी जांच की निगरानी करेंगे।
तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने मंगलवार को टीएसपीएससी को प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।
एटीएसपीएससी के अध्यक्ष जनार्दन रेड्डी ने कहा है कि वे परीक्षा रद्द करने या न करने पर कानूनी राय लेंगे।
टीएसपीएससी ने इंजीनियरिंग विभागों में असिस्टेंट इंजीनियर, नगरपालिका सहायक अभियंता, तकनीकी अधिकारी और जूनियर तकनीकी अधिकारी की 833 रिक्तियों के लिए 5 मार्च को परीक्षा आयोजित की थी। जिसमें 55,000 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया।
इस बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय ने इस मामले को एसआईटी को सौंपने पर कहा कि राज्य सरकार दोषियों को बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी बड़े मामले की एसआईटी ने ठीक से जांच नहीं की है।
संजय ने कहा कि सिटिंग जज की जांच से ही मामले में तथ्य सामने आ सकते हैं। उन्होंने टीएसपीएससी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए भाजयुमो कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज गैर-जमानती मामलों की निंदा की।
--आईएएनएस
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Rani Sahu
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