नई दिल्ली: एनसीपी छोड़कर महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना (एकनाथ शिंदे) सरकार में शामिल हुए शरद पवार के बड़े बेटे अजित पवार ने 'महा' राजनीति को झटका दिया है. जल्द ही वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा करने वाले हैं. मोदी को 1 अगस्त को पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने वाला है. लोकमान्य तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट की ओर से दिए जाने वाले इस पुरस्कार कार्यक्रम में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के cvसाथ अजित पवार भी शामिल होने वाले हैं. अजित के एनसीपी को अलविदा कहने के बाद यह पहली बार होगा जब ये दोनों एक साथ नजर आएंगे. ट्रस्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों में देशभक्ति की भावना जगाई है और देश को दुनिया के मानचित्र पर स्थापित किया है. ट्रस्ट ने कहा कि उनकी दृढ़ता और कड़ी मेहनत के प्रतीक के रूप में उन्हें सर्वसम्मति से इस पुरस्कार के लिए चुना गया। लोकमान्य तिलक की 103वीं जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी को यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम में एनसीपी प्रमुख शरद पवार मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे. इस बीच यह बात अहम हो गई है कि शरद पवार के साथ अजित भी इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं.साथ अजित पवार भी शामिल होने वाले हैं. अजित के एनसीपी को अलविदा कहने के बाद यह पहली बार होगा जब ये दोनों एक साथ नजर आएंगे. ट्रस्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों में देशभक्ति की भावना जगाई है और देश को दुनिया के मानचित्र पर स्थापित किया है. ट्रस्ट ने कहा कि उनकी दृढ़ता और कड़ी मेहनत के प्रतीक के रूप में उन्हें सर्वसम्मति से इस पुरस्कार के लिए चुना गया। लोकमान्य तिलक की 103वीं जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी को यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम में एनसीपी प्रमुख शरद पवार मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे. इस बीच यह बात अहम हो गई है कि शरद पवार के साथ अजित भी इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं.