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अजमेर। प्रदेश में जल्द ही पुलिस कर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने की योजना लागू हो सकती है। पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने इसके संकेत दिए हैं। 28 नवंबर को अजमेर-किशनगढ़ के बीच हाईवे पर गेगाल थाने में आरक्षकों को साप्ताहिक विश्राम देने की योजना पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू की गई थी.
योजना को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया था पुलिस महानिदेशक ने नवंबर में पायलट प्रोजेक्ट के तहत पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक विश्राम देने की योजना को गेगल थाने से शुरू करने को हरी झंडी दे दी थी. इसके तहत गेगल थाने में थानाध्यक्ष की अनुशंसा पर आरक्षकों को निरंतर रोटेशन के आधार पर साप्ताहिक विश्राम दिया जा रहा है. इसके सकारात्मक परिणाम मिले हैं। लगातार काम के बोझ तले दबे कांस्टेबलों को इस योजना के जरिए न सिर्फ परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिल रहा है. सामाजिक उत्तरदायित्वों को पूरा करने के साथ-साथ पारिवारिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भी समय मिला है। साप्ताहिक आराम मिलने के बाद पुलिसकर्मियों का तनाव स्तर भी काफी कम हुआ है।
सबसे पहले गेगल थाने का चयन किया गया किशनगढ़ अनुमंडल मुख्यालय से सटे जयपुर-पिंडवाड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर गेगल थाना स्थित है। इस थाने की जिम्मेदारी राष्ट्रीय राजमार्ग का इलाका और आसपास के दो दर्जन से अधिक गांव हैं। थाने में करीब 44 पुलिसकर्मियों का स्टाफ है। लंबे समय से पुलिस विभाग में आरक्षकों व समकक्ष पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने की मांग की जा रही थी. लगातार काम के बोझ तले पुलिसकर्मी अपने परिवार और समाज को समय नहीं दे रहे थे. यह मांग पिछले दिनों पुलिस महानिदेशक के अजमेर दौरे के दौरान भी उठी थी। इसे गेगल थाने से लागू किया गया।
Admin4
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