राजस्थान

थाने में नाबालिग की तबीयत बिगड़ने पर हंगामा, परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप

Shantanu Roy
12 Oct 2022 5:18 PM GMT
थाने में नाबालिग की तबीयत बिगड़ने पर हंगामा, परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप
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भरतपुर। जिले के बयाना में बाइक चोरी के मामले में पूछताछ के लिए थाने लाए गए नाबालिग किशोर की बुधवार को तबीयत बिगड़ गई। नाबालिग को थाने में मिर्गी के दौरे आना शुरू हो गया। इस पर पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना देकर नाबालिग को तत्काल सीएचसी में भर्ती कराया। अस्पताल में नाबालिग की तबीयत खराब देख परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। परिजनों और पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई तक की नोबत आ गई। परिजनों ने पुलिस पर थाने में नाबालिग के साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए काफी देर तक हंगामा किया। इसके बाद ग्रामीण भी अस्पताल पहुंच गए और मामला बिगड़ता देख डॉक्टरों ने भी नाबालिग को भरतपुर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। हंगामे की सूचना पर डीएसपी अजय कुमार शर्मा, एसएचओ हरिनारायण मीणा भी अस्पताल पहुंच गए। मौके पर पहुंचे सरपंच संघ अध्यक्ष प्रतिनिधि दीवान शेरगढ़ और अन्य लोगों ने परिजनों से समझाइश कर मामला शांत कराया।
परिजनों ने पुलिस पर लगाए ये आरोप
परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि जब हम थाने में पहुंचे तो पुलिस ने बेटे को छोड़ने के ऐवज में एक लाख रुपए की डिमांड की। जब अपने एक जानकार से फोन करवाया तो पुलिस कर्मी नाराज हो गए है और दो लाख रुपए की डिमांड करने लगे। पुलिस ने कहा कि अगर बेटे का छुड़वाना है तो दो लाख रुपए लेकर आओ। जब हमने रुपए देने से इंकार कर दिया तो रात के समय शराब पीने के बाद पुलिसवालों ने बेटे के साथ मारपीट की। इतना ही नहीं, अंगुलियों में पैन लगाकर और जूतों से पैरों को कुचलकर बेहरहमी से मारपीट की। जिसके कारण बेटे की तबीयत खराब हो गई। जबकि हमारे बेटे का कोई कसूर नहीं है, वो निर्दोष है। पुलिस उसे बेवजह फंसाना चाहती है।
दो दिन पहले पुलिस कस्टडी से भागा था नाबालिग
पुलिस के अनुसार गत दिनों कस्बे के दमदमा रोड स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल के बाहर से महिला मरीज के परिजन गांव सिंघाड़ा निवासी संतोष कुशवाह की बाइक चोरी हुई थी और इस मामले में उच्चैन थाना के गांव नगला पीतू निवासी लवकुश को गिरफ्तार किया था। लवकुश ने पुलिस को बताया था कि उसके साथ वारदात में गांव नगला अंडुआ निवासी एक नाबालिग भी शामिल था। इस पर पुलिस नाबालिग को पूछताछ करने के लिए थाने पर लाई लेकिन नाबालिग को मिर्गी के दौरे आने लग गए। इस पर पुलिस ने नाबालिग को अस्पताल में भर्ती कराया। इससे पहले दिन में नाबालिग पुलिस कस्टडी से फरार भी हो गया, जिसे पुलिसकर्मियों ने पीछा कर करीब डेढ़ सौ मीटर दूर जाकर पकड़ा।
नाबालिग के पिता की भी तबीयत बिगड़ी
अस्पताल पहुंचे नाबालिग के पिता की भी तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल में नाबालिग का उपचार करने वाले चिकित्सक डॉ. गोविंद शर्मा ने बताया कि उसे मिर्गी के दौरे आ रहे थे। हालांकि उसकी कंडीशन ठीक थी लेकिन अस्पताल में हंगामा होने के कारण नाबालिग को भरतपुर अस्पताल रैफर किया गया।
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