राजस्थान

जिले में राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत 100 हेक्टेयर क्षेत्रफल में कृषक खजूर बगीचा स्थापित

Tara Tandi
4 Aug 2023 12:02 PM GMT
जिले में राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत 100 हेक्टेयर क्षेत्रफल में कृषक खजूर बगीचा स्थापित
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उद्यान विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में को टिश्यूकल्चर तकनीक एवं ऑफशूट से उत्पादित खजूर पौधे रोपण क्रियान्वयन के लिए राज्य के 17 जिलों का चयन किया गया है जिसमें से जैसलमेर जिला भी शामिल है।
सहायक निदेशक उद्यानिकी ने बताया कि जिले में कृषकों के खेतों पर खजूर बगीचा स्थापित करने के लिए 100 हेक्टेयर के लक्ष्य प्राप्त हुए है। योजनान्तर्गत कृषकों को न्यूनतम 0.5 हेक्टेयर से अधिकतम 4 हेक्टेयर क्षेत्रफल तक खजूर बग़ीचा स्थापना पर अनुदान देय होगा। खजूर पौधरोपण के लिए प्रति हेक्टेयर 148 मादा पौधे व 8 नर पौधों की आवश्यकता रहती है। खजूर की मादा किस्मों यथा बरही, खूनेजी, मेडजूल, खलास, सगई, जामली, खदरावी एवं हलावी तथा नर किस्मों यथा अल-इन-सिटी व घनामी पर ही अनुदान देय होगा।
उन्होंने बताया कि कृषक खजूर बगीचे की स्थापना ऑफशूट अथवा टिश्यू कल्चर से तैयार पौधों से कर सकता है। खजूर बगीचा स्थापना के लिए ड्रिप संयंत्र स्थापित करना अनिवार्य होगा, ड्रिप संयंत्र पर विभागीय दिशा-निर्देशानुसार पृथक से अनुदान देय होगा। टिश्यू कल्चर तकनीक से उत्पादित खजूर पौध रोपण पर कृषकों को अनुदान सहायता प्रति पौधा रूपये 3000 /- या प्रति पौधा इकाई लागत का 75 प्रतिशत जो भी कम हो, दिया जावेगा। ऑफशूट तकनीक से उत्पादित खजूर पौधे रोपण पर कृषकों को अनुदान सहायता मातृ पौधे से अलगाव के तुरंत बाद के ऑफशूट खजूर प्रति पौधा क्रय मूल्य रूपये 1000 /- का 75 प्रतिशत एवं जड़ विकसित/जमाव उपरांत प्लास्टिक थैली सहित खजूर पौधे के क्रय मूल्य रूपये 1500 /- का 75 प्रतिशत दिया जावेगा। खजूर का बगीचा स्थापित करने के इच्छुक कृषकों को निर्धारित प्रारूप में आवेदन करना होगा एवं कृषकों का पंजीयन ष्पहले आओ पहले पाओष् के आधार पर होगा।
उन्होंने बताया कि कृषकों को फोटो सहित आवेदन पत्र के साथ आवश्यक दस्तावेज यथा शपथ पत्र, खेत की जमाबंदी, नक्शा ट्रेस, स्थाई सिंचाई स्त्रोत का प्रमाण पत्र, पृथक से ड्रिप संयंत्र स्थापित करने का प्रमाण, मिट्टी-पानी की जाँच रिपोर्ट, बैंक पासबुक की प्रति, आधार कार्ड/जनाधार कार्ड/भामाशाह कार्ड संलग्न करने अनिवार्य होंगे। प्रशासनिक स्वीकृति जारी होने के उपरान्त कृषकों द्वारा राजकीय फार्म सगरा भोजका, जैसलमेर, मेकेनाइज्ड कृषि फ़ार्म, खारा, बीकानेर व राज्य के कृषि विश्विद्यालयों से तथा ऐसे कृषक जिन्होंने पूर्व में खजूर के बगीचे स्थापित किये है तथा गुणवत्तायुक्त ऑफशूट उपलब्ध कराने में सक्षम है, से ऑफफसूट पौधे प्राप्त कर सकते है। टिश्यू कल्चर के पौधे कृषक डिपार्टमेंट ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी से एक्रिडिएटेड प्रयोगशालाओं, अतुल राजस्थान डेटपाम लिमिटेड, चोपासनी, जोधपुर तथा विभाग द्वारा निविदा उपरांत चयनित आपूर्तिकर्ता फर्म यथा नेकॉफ तथा एनएफसीडी से प्राप्त कर सकते है।
योजना का लाभ लेने के इच्छुक कृषक आगामी 7 दिवस में आवश्यक दस्तावेजों सहित आवेदन पत्र तैयार करके कार्यालय उपनिदेशक उद्यान, जैसलमेर में पंजीयन करवाएं।
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