राजस्थान

कुंड में डूबने से दो छात्रों की मौत

Admin4
18 Nov 2022 11:28 AM GMT
कुंड में डूबने से दो छात्रों की मौत
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कोटा। राजस्थान के कोटा जिले में एक बार फिर डूबने से दो लोगों की मौत का मामला सामने आया है। कोटा के पास स्थित पिकनिक स्पॉट गेपरनाथ कुंड में डूबने से दो कोचिंग छात्रों की मौत हो गई। नगर निगम के गोताखोरों ने शुक्रवार सुबह 22 फीट नीचे से स्कूबा डाइविंग कर निकाला दोनों छात्रों के शव बाहर निकाले। मृतक नैतिक (17 वर्ष) मध्यप्रदेश और रवि मेहरान ( 20 वर्ष) बिहार का रहने वाला है। चौंकाने वाली बात ये है कि रात को ही सूचना मिलने के बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन शुक्रवार सुबह किया गया। ऐसे में यह तो साफ है कि जिला प्रशासन के पास सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों की कमी है।
जानकारी के मुताबिक तीसरे युवक की सूचना पर अभय कमांड सेंटर के निर्देश पर निगम के गोताखोरों की टीम और आरके पुरम थाना पुलिस मौके पर पहुंची। जहां शुक्रवार सुबह गोताखोरों की टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। टीम ने स्कूबा डाइविंग की मदद से काफी मशक्कत के बाद दोनों छात्रों के शव कुंड से बाहर निकाले।
पुलिस ने बताया कि कुंड में डूबने से नैतिक (17 वर्ष) निवासी मध्यप्रदेश और रवि मेहरान ( 20 वर्ष) निवासी बिहार की मौत हो गई। रवि कोटा में फिजिक्स की कोचिंग ले रहा था और नैतिक एक अन्य संस्थान में रहकर पढ़ाई कर रहा था। पुलिस ने दोनों शवों को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। थानाधिकारी ने बताया कि परिजनों को सूचना भिजवा दी गई है। परिजनों के पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम कराकर शव सौंप दिए जाएंगे। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
जानकारी के मुताबिक तीन छात्र गुरुवार शाम को कोटा स्थित पिकनिक स्पॉट गेपरनाथ कुंड पर पहुंचे थे। जहां कुंड में नहाते समय दो दोस्त डूब गए। तीसरे साथी ने दोनों को बचाने का काफी प्रयास किया। लेकिन, जब सफलता नहीं मिली तो उसने आरके पुरम थाना पुलिस को सूचना दी। हालांकि, रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं किया गया था।
कुंड में डूबने से बचे तीसरे तीसरे साथ ही रात को ही अभय कमांड सेंटर को सूचना दे दी थी। इसके बाद निगम के गोताखोरों की टीम और आरके पुरम थाना पुलिस मौके पर पहुंची थी। लेकिन, अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं किया था। ऐसे में जिला प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था की पर ही सवाल खड़े हो रहे है। अगर प्रशासन के पास सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम होते तो रात्रि में ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जा सकता था। अगर ऐसा होता तो हो सकता है कि दोनों छात्रों की जान बच जाती।
बता दें कि 5 दिन पहले भी कोटा हुए अलग-अलग हादसों में करीब 5 लोगों की डूबने से मौत हो गई थी। रविवार को सुल्तानपुर थाना क्षेत्र के डाबर गांव में नहर में नहाते समय 2 बहनों की पानी में डूबने से मौत हो गई थी। वहीं, सुल्तानपुर थाना क्षेत्र के नोताडा गांव में अमरपुरा रोड पर स्थित नहर में डूबने से एक बच्चे की मौत हो गई थी। तीसरी घटना आरकेपुरम थाना क्षेत्र में सामने आई थी। जहां हैंगिंग ब्रिज के पास चंबल नदी में राहगीरों ने एक युवक को कूदते देखा। सूचना पर पुलिस और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची तो नदी से दो शव बरामद हुए थे।
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